उत्तराखंड: कोटद्वार की सौम्या बनी नौ सेना में सब लेफ्टिनेंट, भारतीय सेना में देवभूमि की बेटियों का दबदबा

Pahad Prabhat News Uttarakhand: यह सप्ताह उत्तराखंड के लिए गौरव का सप्ताह कहा जाय तो कोई अतिशोक्ति नहीं होगी। पहले शहीद मेजर विभूति ढौडियाल की पत्नी निकिता ढौडियाल सेना मेें लेफ्टिनेंट बनी फिर गरूड़ के पंकज परिहार, जौनसार के अमित, हल्द्वानी के दिव्यांश और अब एक और बेटी ने उत्तराखंड का सीना गर्व से ऊंचा कर दिया है। जी हां कोटद्वार की बेटी सौम्या ढौंडियाल ने भारतीय नौ सेना मेें सब लेफ्टिनेंट का पद हासिल कर अपनी धाक जमाई है। सौम्या की सफलता पर परिजनों के साथ ही पूूरे गांव में खुशी का माहौल है।
मूूलरूप से कोटद्वार के कुंभीचौड़ निवासी सौम्या के पिता सुनील ढौंडियाल नेवी के चीफ पेटी ऑफिसर के पद से सेवानिवृत्त हैं जबकि माता सुषमा ढौंडियाल गृहणी हैं। सौम्या की छोटी बहन सुचिता ढौंडियाल दिल्ली में मेडिकल की तैयारी कर रही है और छोटा भाई सुभिन ढौंडियाल 11वीं में पढ़ रहा है। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रही सौम्या ने प्राथमिक से लेकर 12वीं तक की शिक्षा पिता की नौकरी के दौरान मुंबई, चेन्नई, अंडमान निकोबार से की। उसने बंगलूरू से बीटेक किया है। फिर उसने नेवी में अधिकारी बनने के लिए वर्ष 2019 में परीक्षा पास की और साथ ही एसएसबी में भी कामयाबी पाई।
इस बीच लॉकडाउन होने के कारण बीच में ट्रेनिंग बंद थी, जिसके कारण उसने दिसंबर 2020 में आईएनए इझीमला में ट्रेनिंग शुरू की। शनिवार को नौ सेना के आईएनए इझीमला में नेवी के 100वें बैच से वह पासिंग आउट होकर और नौ सेना में सब लेफ्टिनेंट बन गईं। पिता बताते है कि सौम्या का बचपन से ही नौ सेना अधिकारी बनने का सपना था, जो आज पूरा हो गया है। देवभूमि में प्रतिभाएं लगातार अपनी प्रतिभा का डंका बजा रही है। ऐसे में हमें भी उनका हौंसला बढ़ाना चाहिए। इन्हीं युवाओं को देख आगे आने वाली पीढ़ी भी इनके नक्शेकदमों पर चलेंगी। खबर अच्छी लगी तो शेयर करें जिससेे अधिक से अधिक लोग पढ़े और इन बड़ी परीक्षाओं को पास कर देवभूमि का नाम रोशन कर सकें।








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