उत्तराखंड:(गजब का हाल)- दीपावली की छुट्टी के बाद स्कूल नहीं आए मासाब, परीक्षा देने पहुंचे छात्र स्कूल मिला बंद

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Uttarkashi News: उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था इन दिनों चर्चा में है। कभी छात्रों से मारपीट का मामला तो कभी शिक्षकों के नदारद होने का मामला हमेशा ही उत्तराखंड में चर्चा का विषय बना है। अब खबर उत्तरकाशी से है। जहाँ दिपावली अवकाश समाप्त होने के बाद भी उच्च प्राथमिक विद्यालय जेमर का ताला नहीं खुला। शिक्षकों के स्कूल नहीं पहुंचने से अर्द्धवार्षिक परीक्षा देने पहुंच छात्र बैरंग लौट गए। बच्चों की अर्धवार्षिक परीक्षाएं चल रही थी लेकिन इसके बावजूद शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। उच्च प्राथमिक विद्यालय जेमर में कक्षा 6 से 8 तक 20 छात्र अध्ययनरत हैं। विद्यालय में 22 से 27 अक्तूबर तक दिवाली का अवकाश था लेकिन शिक्षक छुट्टी समाप्त होने के बाद भी स्कूल नहीं पहुंचे।

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शनिवार को जब छात्र अंग्रेजी का पेपर देने विद्यालय पहुंचे तो वहां ताला लटका था। काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब कोई शिक्षक नहीं आया तो छात्र लौट गए। छात्रों के बैरंग लौटने से आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय पहुंचकर मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। ग्रामीण आशाराम नौटियाल का कहना है कि विद्यालय में प्रधानाध्यापक सहित चार शिक्षक हैं, लेकिन दिपावली अवकाश समाप्त होने के बाद भी कोई शिक्षक विद्यालय नहीं आया जबकि बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक विद्यालय में शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी नहीं आते ताला नहीं खोला जाएगा। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का विषय बना पड़ा है।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।