एक कथा के अनुसार ब्रह्मा और विष्णु दोनों सृष्टि निर्माण का श्रेय लेना चाहते थे। उन्हें महाकाल वन में स्थित अनादिकल्पेश्वर महादेव का आदि एवं अंत खोजने की आज्ञा हुई।