हल्द्वानीः कुमाऊं की काॅलोनी में शूट हुआ ये कुमाऊंनी झोड़ा, शूटिंग देखने उमड़ पड़े लोग….

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Haldwani News: उत्तराखंड की संस्कृति और लोकसंगीत को आगे बढ़ाने में लोक कलाकारों ने हमेशा ही अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। लेकिन आज के दौर में झोड़े और चांचरी कम ही सुनने को मिलते है। कुछ ही कलाकार है, जो झोड़ा-चांचरी और न्यौली जैसे लोकसंगीत को जिंदा रखे हुएहै। उन्हीं में से एक लोकगायिका कुमाऊं से आती है, जो झोड़े-चांचरी ओर न्यौली के लिए प्रसिद्ध हैै। जी हां हम बात कर रहे है लोकगायिका बबीता देवी की, जो न्यौली और झोड़े-चांचरी के लिए जानी जाती है। अभी तक वह कई न्यौली, झोडे़ और चांचरी गा चुकी है। अब जल्द ही उनका नया झोड़ा नैनुवा नैनीताल आ रहा है। आगे पढ़िये…

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लोकगायिका बबीता देवी ने बताया कि झोड़े की शूटिंग दमुआढूंगा स्थित कुमाऊं की काॅलोनी में पूरी हो चुकी है। उनका उद्देश्य पहाड़ की विलुप्त होती संस्कृति को जिंदा रखना है। इसलिए वह झोड़ा, चांचरी और न्यौली को प्रमुखता देती है। बबीता देवी बताती है लोकगीत और गीत सभी गाते है। आज उत्तराखंड में लगातार कलाकारों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में हमारे उत्तराखंड के पारंपरिक झोड़े, चांचरी और न्यौली विलुप्त न हो। इसके लिए वह पूरी कोशिश कर रही है। पिछले 14 साल से वह उत्तराखंड संगीत और संस्कृति को संवारने के लिए काम कर रही है। वह लगातार नया करने की कोशिश कर रही है, जिससे युवा पीढ़ी झोड़े-चांचरी और न्यौली को भी सुनें। आगे पढ़िये…

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रविवार को उनके एक नये झोडे़ नैनुवा नैनीताल की शूटिंग पूरी हो चुकी है। इस दौरान शूटिंग स्थल पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। बुर्जुगों ने उनकी जमकर तारीफ की। साथ ही उनके साथ झोड़े भी गाये। उन्होंने बताया कि उनके इस झोड़े में उन्होंने भी खुद अभिनय किया है। इसके अलावा झोड़े में अमर गोस्वामी, लकी, अज्जू पनेरू, शंकर, ममता पनेरू, कमला, भारती ने अभिनय किया है जबकि पुष्कर महर और गोविंद पवार ने हुड़के की थाप से झोड़े में चार चांद लगाने का काम किया है। लोकगायिका बबीता देवी ने बताया कि इस सप्ताह उनका यह झोड़ा उनके यूट्यूब चैनल कुमाऊं की कला पर रिलीज होगा। उन्हें उम्मीद है लोगों को यह झोड़ा पसंद आयेगा।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।