पंचायत चुनाव: मां और पत्नी मैदान में, हल्द्वानी और दिल्ली से प्रधान बनने पहुंचे दावेदार

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Almora News:पंचायत चुनाव की अधिसूचना हटते ही गांवों की गलियों में एक बार फिर चुनावी हलचल देखने को मिल रही है। लाउडस्पीकरों की आवाज़ें तेज़ हो चुकी हैं और गांव की सड़कों पर पुराने-नए पर्चे फिर लहराने लगे हैं। अल्मोड़ा जिले के कई ब्लॉकों में चुनावी रंग इस बार कुछ अलग ही नजर आ रहा है – यहां परिवारवाद ने लोकतंत्र की चौपाल पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया है।

इस बार की सबसे खास बात है – “परिवार की सत्ता बचाने की जंग”। महिला आरक्षित सीटों पर पतियों ने अपनी पत्नी को, बेटों ने अपनी मां को, और सास ने बहू को उम्मीदवार बना दिया है। नाम भले ही किसी महिला का हो, लेकिन प्रचार और निर्णय कहीं और से संचालित हो रहे हैं। कई जगह तो पूरा परिवार ही एक कुर्सी, एक वंश की तर्ज पर मैदान में उतर आया है।

दिलचस्प यह भी है कि कई ऐसे चेहरे जो हल्द्वानी, दिल्ली या देहरादून जैसे शहरों में स्थायी रूप से बस चुके हैं, अब चुनाव के मौके पर गांव की गलियों में फिर से दिखाई देने लगे हैं। पंचायत की कुर्सी के लिए उनमें ऐसा उत्साह है कि शहर में रहकर गांव की सत्ता की चाभी अपने हाथ में रखना चाहते हैं।

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इस बार भी कई पुराने चेहरे या फिर उनके परिजन मैदान में हैं। “काम किया था, अब और करेंगे” जैसे पुराने नारों को फिर से दोहराया जा रहा है। पिछली बार हारे हुए कुछ प्रत्याशी अब “परिवार के नए चेहरे” के साथ घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं।

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पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।