हल्द्वानी: दिवाली से पहले 65 हजार कार्डधारकों को नहीं मिलेगा चावल, गोदाम में खत्म हुआ चावल…

खबर शेयर करें

Haldwani News: खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते नैनीताल जिले के 65 हजार कार्ड धारकों को अक्तूबर महीने का राशन नहीं मिल पाया है। हल्द्वानी पीडीएस गोदाम में चावल नहीं होने के कारण ये स्थिति बनी। अब 65 हजार कार्डधारकों को दिवाली से पहले राशन मिलना मुश्किल है। आगे पढ़िये…

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंडः अतिक्रमण हटाने के दौरान एएसआई की मौत, पुलिस विभाग में शोक की लहर

नवंबर महीने में हल्द्वानी गोदाम में चावल खत्म हो गया था। हल्द्वानी के गोदाम इंचार्ज ने अक्तूबर महीने के लिए आरएफसी से चावल की आपूर्ति मांगी। आरएफसी ने खटीमा गोदाम से चावल की आपूर्ति करने के आदेश दिए। खटीमा गोदाम इंचार्ज ने मूवमेंट के हिसाब से चावल की आपूर्ति नहीं की और पूरा चावल गढ़वाल के लिए भेज दिया। आगे पढ़िये…

Ad

चावल की आपूर्ति नहीं होने से हल्द्वानी में चावल की भारी कमी हो गई। राशन डीलरों को एक तारीख से 20 तारीख तक कार्डधारकों को राशन का वितरण करना होता है। चावल नहीं होने के कारण अभी तक 65 हजार परिवार को राशन नहीं मिल पाया है। दिवाली तक भी खाद्यान्न मिलना मुश्किल ही लग रहा है। दिवाली के बाद ही मिले धान की कुटाई कर चावल खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग को देगी। इसके बाद ही चावल का वितरण हो पाएगा। गोदाम में चावल नहीं है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी:(बड़ी खबर)- फर्जी चेकिंग के नाम पर लूटने वाले लिफाफा गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार


Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।