उत्तराखंड: बुजुर्गों के लिए अच्छी खबर, 20 साल से अधिक उम्र का भी है बेटा तो भी मिलेगी पति- पत्नी को पेंशन…

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Dehradun News: प्रदेश के लिए बुजुर्गों के लिए अच्छी खबर है। अब वृद्धावस्था पेंशन के पात्र पति और पत्नी, दोनों को अब 20 साल या इससे अधिक उम्र का बेटा होने के बावजूद पेंशन का लाभ मिलेगा। समाज कल्याण मंत्री के अनुसार इससे संबंधित शासनादेश संशोधित कर दिया गया है। इससे 67 हजार नए पात्र पति और पत्नी को योजना का लाभ मिलेगा। दिवाली के बाद इसके लिए प्रदेश भर में कैंप लगाकर पेंशन संबंधी प्रमाण पत्र बनाए जाएंगे।

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समाज कल्याण मंत्री चंदनरामदास ने कहा कि सरकार ने वृद्धावस्था और दिव्यांग पेंशन बढ़ाई है। सरकार की ओर से निर्णय लिया गया था कि वृद्धावस्था पेंशन का लाभ पति और पत्नी दोनों को दिया जाएगा, लेकिन कुछ तकनीकी वजह से दोनों को पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा था।

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इससे पहले शासनादेश में ऐसी व्यवस्था थी कि जिनका 20 साल से अधिक उम्र का पुत्र या पौत्र है, उन्हें पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा। पेंशन में आड़े आ रही इस दिक्कत को खत्म कर विभाग की ओर से संशोधित शासनादेश जारी कर दिया गया है। बीपीएल, अंत्योदय या जिनकी मासिक आय 4000 रुपये या इससे कम है, उन्हें योजना का लाभ मिलेगा।

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समाज कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंदनराम दास ने कहा कि परिवहन निगम में 2016 से मृतक आश्रित कर्मचारियों की नियुक्ति पर प्रतिबंध लगा है, लेकिन सरकार ने अब तय किया है कि जिनकी पारिवारिक स्थिति बहुत खराब है, उन मृतक आश्रित को निगम में नौकरी दी जाएगी। शासन व कार्मिक विभाग को इसका प्रस्ताव भेजा जाएगा।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।