हल्द्वानीः दीपक के इस्तीफे की हवा से चढ़ा सियासी पारा, नैनीताल सीट पर फंसी कांग्रेस
Haldwani Exclusive News: लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने उत्तराखंड में अपनी तीन-तीन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। आज कांग्रेस ने प्रदेश की तीन लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिसमें टिहरी गढ़वाल सीट से जोत सिंह गुनसोला, पौड़ी सीट से गणेश गोदियाल और अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा को मैदान में उतारा है। वहीं फिलहाल दो सीटों पर पेंच फंसा है। हरिद्वार सीट और नैनीताल सीट पर कांग्रेस का असमंजस्य बरकरार है। वैसे हरिद्वार सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत की दावेदारी है। वहीं उनके पुत्र विरेन्द्र रावत भी इसी सीट पर दावेदार माने जा रहे है। जबकि नैनीताल सीट पर कांग्रेस प्रवक्ता व पूर्व सीएम के भतीजे दीपक बल्यूटिया, गणेश उपाध्याय, रणजीत रावत और भुवन कापड़ी को दावेदार बनाया है।
इस्तीफे से चढ़ा सियासी पारा
आज जिस तरह से कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया के इस्तीफे की चर्चाओं ने देहरादून से दिल्ली तक कांग्रेस में हलचल मचा दी। इससे कांग्रेस का नैनीताल सीट पर टिकट पर पेंच फंस गया। आज दिनभर में कांग्रेस के कई बड़े नेता बल्यूटियां के आवास पर पहुंचे। जहां उनसे कांग्रेस में बने रहने की वार्ता की गई। देर शाम तक कुुमांऊ के कई नेता उनसे मुलाकात करने पहुंचे। बता दें कि दीपक बल्यूटिया ने नैनीताल सीट से दावेदार की थी। उन्होंने छह महीने पहले ही अपनी दावेदारी पेश की है। उनका कहना था की पिछले 35 सालों से वह पार्टी की सेवा करते आये है। पिछली बार उन्होंने विधानसभा में टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने दरकिनार कर दिया। इस बार उन्होंने सांसद की दावेदारी की तो फिर पार्टी द्वारा उन्हें दरकिनार किया जा रहा है।
तराई से पहाड़ तक एनडी के हजारों समर्थन
प्रदेश में विकास पुरूष के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले पूर्व सीएम एनडी तिवारी का भतीजा होने के नाते बल्यूटिया को उम्मीद थी कि इस बार पार्टी उन्हें मैदान में उतरेंगी। इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी कर ली थी। नैनीताल सीट से सबसे पहले उन्होंने अपनी दावेदारी पेश की थी। सूत्रों की माने तो सोमवार देर रात नैनीताल सीट पर भी नाम फाइनल हो गया था, लेकिन इसके बाद तर्क-वितर्क होने लगे। ऐसे में आज बल्यूटिया के इस्तीफे की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई तो यह खबर दिल्ली तक पहुंची। इसके बाद दिनभर बल्यूटिया का फोन घनघनाता रहा। वहीं उनके कई कार्यकर्ता दिनभर उनके आवास पर पहुंचने लगे और उन्हें पार्टी न छोड़ने को कहने लगी। इन कार्यकर्ताओं में पुरूषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या अधिक थी। ऐसे में जब देरशाम पार्टी ने उत्तराखंड के लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की तो नैनीताल और हरिद्वार को छोड़ दिया गया। जहां उम्मीदवारों के चयन को लेकर पेंच फंसता नजर आ रहा है। अगर कांग्रेस बल्यूटिया को मैदान में उतारती है तो नैनीताल सीट पर कांटें का मुकाबला देखने को मिल सकता है। क्योंकि आज भी तराई से लेकर पहाड़ तक पूर्व सीएम एनडी तिवारी के चाहने वालों की तादाद हजारों में है। ऐसे मेें एनडी के परिवार से सदस्य को टिकट मिलना कांग्रेस के लिए बड़ा दांव हो सकता है। फिलहाल कांग्रेस किसे अपना प्रत्याशी बनाती है, तो आने वाल समय की बतायेगा।