उत्तराखंडः एवरेस्ट विजेता सविता को दी गई जल समाधि, ए मेरी सुब्बी…पुकारते हुए बेंच से गिर पड़ी बुआ…
हिमभूस्खलन में एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल की मौत हो गई। बेटी को होने क बाद निधन के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। सविता कंसवाल उत्तराखंड की एक होनहार बेटी थी। उसकी बुआ शकुंतला उसे प्यार से सुब्बी बुलाती थी। शुक्रवार को सविता का शव जब जिला अस्पताल की मोर्चरी में लाया गया तो उसकी बुआ ए मेरी सुब्बी ले, मेरी सुब्बी पुकारते हुए बेंच से गिर पड़ी। इसके बाद सविता का शव उसके गांव लौंथरू ले गए जहां परिजनों की सहमति पर उसे जल समाधि दे दी गई। आगे पढ़िये…
बता दें कि ब्लॉक भटवाड़ी के लोंथरु गांव की सविता कंसवाल उम्र 28 की द्रौपदी का डांडा-2 हिमस्खलन हादसे में मौत हो गई। वह निम के एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स में बतौर प्रशिक्षक शामिल थी। मृतकों को अंतिम सलामी देने का समय आया तो शकुंतला ताबूत में बंद सविता का चेहरा दिखाने की जिद करने लगी लेकिन उसके चीत्कार को देखते हुए परिजनों ने उसे सविता के अंतिम दर्शन नहीं कराए। इसके बाद शव उसके गांव लौंथरू ले जाया गया। आगे पढ़िये…
जहां सविता के माता-पिता व ग्रामीणों ने उसके अंतिम दर्शन किए। सविता चार बहनों में सबसे छोटी थी। सविता का शव गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। ग्रामीण राजेश सेमवाल ने बताया कि सविता के पिता की सहमति पर भागीरथी किनारे गांव के पैतृक घाट पर सविता को जल समाधि देकर अंतिम संस्कार किया गया।