उत्तराखंडः 37 साल बाद घर लौटा बेटा, छलक उठी मां की आंखें…

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Pantnagar News: कहते से सुबह का भूला शाम को घर जरूर वापस आता है, शांतिपुरी में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया। जिस बेटे के घर आने की उम्मीद परिवार छोड़ चुका था, वह सकुशल 37 साल बाद घर पहुंचा तो परिवार के खुशी का आंसू छलक उठे। जी हां लालकुआं शांतिपुरी नंबर तीन में नौकरी के लिए घर छोड़कर भागे भगत सिंह 37 साल बाद अपने घर लौट आया।

जानकारी के अनुसार शांतिपुरी नंबर तीन निवासी भगत सिंह 17 साल की उम्र में नौकरी के लिए घर से गया, फिर इसके बाद कभी वापस नही आया। काफी समय तक परिजनों ने पांच भाइयों में दूसरे नंबर के भगत की कई जगह तलाश की लेकिन उसका कही पता नहीं चला। बुधवार की रात भगत अपना घर खोजते हुए शांतिपुरी पहुंच गया। बड़े भाई भुवन और छोटे भाई चंदन ने उन्हें पहचाना और गले लगा लिया। इसके बाद वे अपनी मां और रिश्तेदारों से मिले। भगत को देखकर परिवार खुशी से झूम उठा।

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परिवार से मिलने के बाद भगत ने बताया कि उसने नैनीताल, रुद्रपुर, मुरादाबाद, रामपुर के अलावा कोटद्वार में बिस्कुट फैक्टरी में 10 साल काम किया। इसके बाद ऋषिकेश में मजदूरी की और सब्जी का ठेला लगाकर जीवनव्यापन किया और शादी की। एक साल पहले भी अपने मां-बाप से मिलने के लिए शांतिपुरी क्षेत्र में आया था। लेकिन वह सही से घर का पता नहीं लगा सका था। फिर इस बार वह लौटा तो उसके भाईयों ने उसे पहचान लिया। भगत के लौटने से परिवार में खुशी का माहौल है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात पाक्षिक समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।