Uttarakhand: अभिनेत्री विद्या बालन को भाया लोकगायक रमेश बाबू का कुमांऊनी गीत, भेजा खास वीडियो

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Kumauni Song Jaimala: उत्तराखंड के सुपरस्टार लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी ने एक बार फिर बड़ा धमाका करते हुए दर्शकों को दिल जीता है। वह अपने नये कुमांऊनी गीत जयमाला को लेकर इनों खूब सुर्खियां बंटोरे हुए है। इस गीत की दिवानगी इस बात से देखी जा सकती है कि दो दिन में यह 70 हजार से लोगों तक पहुंच चुका है। लोग उनके इस अंदाज और गीत को बेहद पसंद कर रहे है। इससे पहले उनके गोपुली गीत ने उन्हें बड़ी पहचान दिलायी। अब बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन ने भी उनके इस गीत की तारीफ करते हुए एक वीडियो जारा किया। जिसके बाद यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

विद्या बालन ने की गाने की तारीफ

जी हां बॉलीवुड की तर्ज में सुपरस्टार लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी साल में गीने चुने गीत लाते है, लेकिन वह शानदार, जानदार और लोकप्रिय होते है। इस बार फिर वह जयमाला लेकर आये है। यह गीत रिलीज होने के बाद इतनी तेजी से वायरल हुआ कि गीत की तारीफ करते हुए अभिनेत्री विद्या बालन भी पीछे नहीं हटी। उन्होंने इस गीत के लिए रमेश बाबू गोस्वामी को शुभकामनाएं देते हुए गीत की तारीफ में एक वीडियो भी जारी किया। इस गीत को गिरीश जीना ने लिखा है, म्यूजिक यमनजीत मंगौली ने दिया है। गीत में भावना कांडपाल और अजय सौलंकी ने अभिनय किया है। देखिए विद्या बालन का वीडियों संदेश…

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पिता गोपाल बाबू की विरासत को बढ़ाया आगे

लोकगायक रमेशबाबू गोस्वामी ने अपने पिता को याद करते हुए बताया कि उनके पिता सुर सम्राट स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी जी एक गायक के साथ-साथ लेखक, उद्घोषक निबंधकार, रचनाकार, साहित्यकार भी रहे। उन्होंने अपनी गायकी से समूचे उत्तराखंड के साथ ही विश्व में अपनी पहचान बनाई। अपनी गायकी से उत्तराखंड का नाम रोशन कि या। उन्होंने ऐसे दौर में अपनी गायकी वह उत्तराखंड के संगीत को पहचान दिलाई जब संचार का कोई साधन होता था, ना ऐसे वाद्य यंत्र होते थे। बता दें कि आज लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी अपने पिता की विरासत को संभालते हुए आगे बढ़ रहे है। जिन्होंने अपने गायकी से बड़ा मुकाम हासिल किया है। वह सैकड़ों गीतों में अपनी आवाज दे चुके है। देखिए पूरा गीत…

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चैनल ने पूरे किये 93 हजार से ऊपर सब्सक्राइब

गोपाल बाबू गोस्वामी ने अपने सुरों से सभी के दिलों में राज किया। बात के युवा उनके गीतों को गा रहे है। उनके सभी गीत सुपरहिट रहे। उन्हीं गीतों में से कुछ गीत नीचे लिखे है जो आज भी लोगों के दिलों पर राज किये हुए है। उनके गीत कैले बाजे मुरुली, हाय तेरी रुमाला, बेडू पाको बारो मासा, घुघुती ना बासा, हिमालय को ऊंचा डाना, काली गंगा को कैलो पाणि, जय मैया दुर्गा भवानी, ओ भिना कसिके जानू, रूपसा रमोती, निकाटू झुगराली बाजा जैसे गीतों से उन्होंने समाज को जागरूक करने का काम कि या। इसके अलावा नारी वेदना से लेकर प्रकृति सौंदर्य, जन समस्या तक को अपनी गायकी से अपनी लेखनी से लोगों को जागरूक किया। उनके चैनल को अभी तक 93 हजार से ऊपर लोग सब्सक्राइब कर चुके है।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।