बार-बार Hair Color कराना पड़ सकता है भारी, हो जाएं सावधान!

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आजकल बालों को कलर करना काफी नॉर्मल बात है। अपनी लाइफस्टाइल और फैशन को मेनटेन करने के लिए अकसर लड़कियां अपने बालों को अलग-अलग रंग में रंगती है लेकिन क्या आपको पता है आपका ये शौक आपको कितना भारी पड़ सकता है। दरअसल चीन की 20 साल की एक लड़की को हर महीने बाल रंगवाने की आदत ने उसके जीवन में भारी परेशानी ला दी। अपनी पसंदीदा सेलिब्रिटी के स्टाइल को फॉलो करने के चक्कर में वह बालों में रंग लगाने का शौक कभी नहीं छोड़ा, लेकिन इस बार कीमत उसकी सेहत ने चुका दी।

कलर करने का इफेक्ट

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धीरे-धीरे उस 20 साल की लड़की के शरीर पर लाल-लाल धब्बे आने लगे, जोड़ों में दर्द हुआ और पेट में भी अकड़न महसूस हुई। जब अस्पताल में उसका इलाज हुआ तो पता चला कि उसकी किडनी में सूजन है, जो रंगों में मौजूद हानिकारक केमिकल की वजह से हुआ था। डॉक्टरों ने बताया कि बाल रंगने वाले केमिकल्स में ऐसे जहरीले तत्व होते हैं जो किडनी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देते हैं। इसलिए स्टाइल के चक्कर में अपनी सेहत को कभी भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।

यह युवती हर महीने एक नए रंग के लिए सलोन जाती थी, ताकि वह अपने आदर्श सेलिब्रिटी की तरह दिख सके। बाल रंगने के कई केमिकल्स में सीसा और पारा जैसे जहरीले पदार्थ होते हैं, जो लंबे समय तक शरीर में जमा हो जाते हैं और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। डॉक्टर ताओ चेनयांग ने बताया कि कई बार बाल रंगने के केमिकल्स से किडनी और सांस की बीमारी हो जाती है। उनका कहना है कि बिना सावधानी के बार-बार बालों में रंग लगाना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इन केमिकल्स की वजह से शरीर में टॉक्सिन का स्तर बढ़ने लगता है, जो जानलेवा भी हो सकता है। तो, बाल रंगने से पहले यह जरूरी है कि हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, और बिना जरूरी हो ही बीकनिक रंग या हर्बल रंग का ही चुनाव करें।

सोशल मीडिया पर मचा हंगामा

इस घटना पर सोशल मीडिया पर लोग भी चिंता जता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि किसी भी स्टार को फॉलो करने के लिए अपनी सेहत की कीमत पर सारी खुशी खो देना सही नहीं है। वहीं, दूसरे ने कहा कि बालों को रंगने में जो ब्लीच और केमिकल्स होते हैं, वे और भी ज्यादा खतरनाक होते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

बाल रंगने से जुड़ी समस्या को देखते हुए, यह बहुत जरूरी है कि हम इसके खतरों को समझें। हेयर डाई में मौजूद रसायन जैसे पैराफीनाइलिनडायमाइंस और एमिनो फेनोल्स, जो बालों को रंगने के लिए इस्तेमाल होते हैं, शरीर में बहुत जहरीले हो सकते हैं। यदि बार-बार बाल रंगवाया जाए तो यह किडनी सहित अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसकी वजह से किडनी की बीमारी, त्वचा में जलन, खुजली, और नाखूनों में बदलाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर बाल बहुत ज्यादा बार रंगें तो बाल कमजोर हो जाते हैं, और उनमें टूट-फूट और झड़ने की समस्या भी आम हो जाती है।

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पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।