Women’s Asia Cup: एशिया कप में देवभूमि की बेटी स्नेह राणा ने निकाला लंका का दम, भारत बना चैंपियन

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Women’s Asia Cup: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को बांग्लादेश के सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में वुमेंस एशिया कप फाइनल में श्रीलंका को विकेट से हराया। इसके साथ ही टीम 8 में से 7वीं बार टूर्नामेंट की चैंपियन बनी। 2012 से पहले यह टूर्नामेंट वनडे फॉर्मेट में खेला जाता था। भारतीय महिला टीम हर बार फाइनल में पहुंची है। साल 2018 में बांग्लादेश ने उसे हरा दिया था। इसके अलावा बार वह चैंपियन बनी है।

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टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 65 रन ही बना सकी। भारत की ओर से रेणुका सिंह ने तीन जबकि राजेश्वरी गायकवाड़ और स्नेह राणा ने दो-दो विकेट लिए। श्रीलंका की ओर से केवल दो बल्लेबाज ही दहाई कां आंकड़ा पार कर पाए। श्रीलंका को सातवां झटका मल्शा स्नेहनी के रूप में लगा है । उत्तराखंड की स्नेह राणा की गेंद पर मल्शा बिना खाता खोले उन्हीं को कैच दे बैठीं। 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए सुगंधिका कुमारी उतरी हैं । स्नेह राणा ने सुगंधिका कुमारी को बोल्ड मार श्रीलंका को 9वां झटका दिया है । कुमारी 24 गेंद में 6 रन बनाकर आउट हुईं ।

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एशिया कप में उत्तराखंड की स्नेह राणा जलवा बरकरार रहा है। इससे पहले राणा ने इंडिया की तरफ से स्नेह राणा (Sneh rana)ने खतरनाक गेंदबाजी करते हुए थाइलैंड की कमर तोड़ कर रख दी. राणा ने 4 ओवर में मात्र 9 रन देकर 3 विकेट झटके. इस शानदार प्रदर्शन के लिए राणा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया । देवभूमि की बेटी के एशिया कप में शानदार प्रदर्शन से उत्तराखंड में खुशी का माहौल है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।