उत्तराखंडः अतिथि शिक्षकों को झटका, मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव रद्द

खबर शेयर करें

Uttarakhand News: प्रदेश में माध्यमिक अतिथि शिक्षकों का मानदेय 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 30 हजार रुपये करने के प्रस्ताव को वित्त विभाग ने खारिज कर दिया है। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने पिछले महीने यह प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा था। वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि अतिथि शिक्षकों का मानदेय पूर्व में 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया गया था। इतनी जल्दी फिर से मानदेय बढ़ाना संभव नहीं है, इसलिए इस प्रस्ताव को रद्द कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  चौखुटियाः 2 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा सुर सम्राट गोपाल बाबू गोस्वामी का जन्मोत्सव

प्रदेश के विभिन्न दुर्गम और अति दुर्गम विद्यालयों में वर्ष 2015 से अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। शुरुआत में इन्हें प्रतिवेदन के आधार पर मानदेय दिया जाता था, जिसे समय-समय पर बढ़ाया गया। वर्ष 2018 में इनका मानदेय बढ़ाकर 15 हजार रुपये किया गया था, जबकि 2021-22 में इसे बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  Budget 2025: बजट में सरकार ने बनाया प्लान, नहीं खाने पड़ेंगे महंगे आलू-प्याज

अतिथि शिक्षक लंबे समय से मानदेय में वृद्धि के साथ-साथ अपने पदों को सुरक्षित किए जाने की मांग कर रहे हैं। अतिथि शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री दौलत जगुड़ी ने बताया कि पहले कैबिनेट में अतिथि शिक्षकों के पदों को खाली न माने जाने का प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन इसका शासनादेश जारी नहीं हुआ। इसके अलावा उनकी गृह जिलों में तैनाती का मामला भी अभी लंबित है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।