उत्तराखंडः आग का गोला बनी चलती कार, महिला और युवक ने कूदकर बचाई जान
Haridwar News: हरिद्वार-भगवानपुर बाईपास पर एक बेहद खतरनाक हादसा हुआ, जहां चलती हुई कार अचानक आग का गोला बन गई। इस कार में एक महिला और एक युवक सवार थे, जिन्होंने अपनी सूझबूझ से खिड़की खोलकर किसी तरह अपनी जान बचाई। आग की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और उन्होंने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक कार पूरी तरह से जल चुकी थी।
पुलिस के अनुसार, यह घटना बुधवार की दोपहर हरिद्वार-भगवानपुर बाईपास मार्ग पर हुई। एक कार, जिसे महिला चला रही थी, हरिद्वार से भगवानपुर की ओर जा रही थी। इस कार में महिला के साथ एक पुरुष भी सवार था। जैसे ही कार हकीमपुरतुर्रा गांव के पास पहुंची, अचानक कार के बोनट से आग और धुआं निकलने लगा।
कार सवार महिला और युवक के लिए स्थिति काफी खतरनाक हो गई थी, क्योंकि जब तक वे कुछ समझ पाते, कार के बोनट से ऊंची-ऊंची लपटें निकलने लगीं। आग लगती देख आसपास के राहगीर तुरंत मौके पर इकट्ठा हो गए और उन्होंने तत्परता से कार सवारों की मदद की। राहगीरों ने महिला और युवक को खिड़की खोलकर सुरक्षित बाहर निकाला, जिससे उनकी जान बच सकी।
राहगीरों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन कार तेजी से आग की चपेट में आ गई और देखते ही देखते आग का गोला बन गई, जिससे पूरी कार जलकर खाक हो गई। घटना की सूचना मिलते ही भगवानपुर और रुड़की से फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और आग बुझाई। थाना प्रभारी दिलवर सिंह नेगी ने बताया कि कार में मुजफ्फरनगर निवासी रत्ना और हिमांशु सवार थे। रत्ना, जो कार चला रही थीं, ने बताया कि वह ऋषिकेश स्थित एम्स में काम करती हैं।