उत्तराखंड: सिर से उठा पिता का साया तो मां से मिली प्रेरणा, उत्तरकाशी के अमन बने सेना में अफसर

Pahad Prabhat News Uttarkashi: शनिवार का दिन उत्तराखंड के लिए खास रहा। कई युवा भारतीय सेना का हिस्सा बने। ऐसे में पूरे उत्तराखंड में जश्न देखने को मिला। वीरों की भूमि के नाम से प्रसिद्ध उत्तराखंड ने एक बार फिर दिखा दिया है कि देशसेवा में वह सबसे आगे है। आइएमए की परेड में गोल्ड और रजत पदक उत्तराखंड की झोली में आये। उत्तरकाशी जिले के तीन होनहार युवा भारतीय सेना में अफसर बने हैं। भारतीय सैन्य अकादमी पाोसग आउट परेड में यह पहला अवसर रहा है, जब उत्तरकाशी के तीन युवा परेड का अंतिम पग पार करते ही भारतीय सेना के अभिन्न अंग बने हैं।
इन्हीं में से एक नाम है अमन रमोला का। अपनी मां सेे प्रेरित होकर चिन्यालीसौड़ ब्लाक के बधाण गांव निवासी अमन रमोला ने सेना का हिस्सा बना। शिक्षिका यशोदा रमोला ने अमन रमोला को भारतीय सेना में जाने के लिए प्रेरित किया। वर्तमान में यशोदा रमोला प्राथमिक विद्यालय तुल्याडा चिन्यालीसौड़ में शिक्षिका है। अमन रमोला के पिता राकेश रमोला भी शिक्षक थे। लेकिन 2012 में एक दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी।

बेटे को सेना में अफसर बनाने की जिद मां ने ठानी थी। अमन ने आठवीं तक की पढ़ाई भागीरथी शिशु मंदिर चिन्यालीसौड़ से की, इसके बाद वह देहरादून में बलूनी क्लासेस में 12वीं तक की पढ़ाई की। अमन रमोला का चयन आइआइटी रुउक़ी में हुआ। लेकिन मां से मिली प्रेरणा को देखते हुए आइआइटी करने के दौरान अमन ने एनडीए की परीक्षा पास की, जिसके बाद अमन ने सेना में जाने की राह चुनी। शनिवार को अमन ने पाोसग आउट परेड में अंतिम पग भरे तो ये पल अमन की माता के लिए बड़े अनमोल खुशी भरे रहे। सेना में अफसर बनने पर परिजनों में खुशी का माहौल है।