पिथौरागढ़ः सेना भर्ती के लिए यूपी, मध्य प्रदेश के युवाओं की भारी भीड़, इन स्कूलों में ठहरने के लिए व्यवस्था

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Pithoragadh News: प्रादेशिक सेना की भर्ती में शामिल होने आए युवाओं को ठहरने के लिए उचित जगह नहीं मिल सकी। होटल, स्कूल, और रैन बसेरे पूरी तरह भरे होने के कारण कई युवाओं ने स्कूल के बरामदों में कड़ाके की ठंड में रात बिताई। यहां तक कि आसपास के मंदिरों में भी युवाओं ने शरण ली। सुबह धूप निकलने पर ठंड से राहत पाने के लिए कुछ युवा खेतों में लेटते नजर आए।

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पिथौरागढ़ के देवकटिया मैदान, जाजरदेवल में 12 से 27 नवंबर तक प्रादेशिक सेना की भर्ती रैली आयोजित की जा रही है। अपने सपनों को पूरा करने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से 10,000 से अधिक युवा सोमवार को यहां पहुंचे। पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गोस्वामी ने बताया कि सेना द्वारा उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए 26 नवंबर से 1 दिसंबर तक बिहार के दानापुर में भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है। जो युवा पिथौरागढ़ की भर्ती रैली में शामिल नहीं हो सके, वे दानापुर में आयोजित इस रैली में भाग ले सकते हैं। पुलिस-प्रशासन ने लाउडस्पीकर के माध्यम से इस संबंध में सूचना प्रसारित की है।

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अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए इन स्कूलों में की गई व्यवस्था

  1. सरस्वती देव सिंह इंटर कॉलेज
  2. केएनयू इंटर कॉलेज
  3. मिशन इंटर कॉलेज
  4. बालिका इंटर कॉलेज, भाटकोट
  5. गंगोत्री गर्ब्याल बालिका इंटर कॉलेज
  6. सातशिलिंग इंटर कॉलेज
  7. बुल्स आई पब्लिक स्कूल
  8. महर्षि विद्या मंदिर, जाजरदेवल
  9. बियर शिबा पब्लिक स्कूल, पुलिस लाइन
  10. डॉन बॉस्को पब्लिक स्कूल, रई
  11. मानस एकेडमी
  12. विवेकानंद इंटर कॉलेज
  13. दयासागर इंटर कॉलेज
  14. दयानंद इंटर कॉलेज
  15. सोर वैली पब्लिक स्कूल
  16. ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल
  17. आइडियल पब्लिक स्कूल, जाजरदेवल

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।