हल्द्वानीः आज खुलेगा अंजलि की मौत का राज, केवीएम स्कूल ने माना स्विमिंग पूल में थी छात्रा
Haldwani News: एक हंसते खेलते परिवार के बिखरने के बाद आखिरकार केवीएम स्कूल ने छात्रा अंजलि की मौत के चार दिन बाद बयान जारी कर कहा कि जब हादसा हुआ तो अंजलि अन्य बच्चों के साथ स्विमिंग पूल में थी। इससे पहले केवीएम स्कूल कोई और ही कहानी रच रहा था। स्कूल की लापरवाही से एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया। अब स्कूल बयान जारी करता है कि उन्हें अंजलि की मौत पर दुख है। पहले स्कूल प्रबंधन ने अंजलि के गश खाकर पूल में गिरने की बात कही, लेकिन सारी बातें जब बाहर निकली तो अब सफाई देने के लिए एक प्रेस नोट जारी करना पड़ा। आज अंजलि की पोस्टर्माटम रिपोर्ट आ जायेगी। जिससे बाद उसकी मौत के राज से पर्दा उठ जायेगा।
रविवार को केवीएम स्कूल प्रबंधन ने एक प्रेस नोट जारी कर अपनी सफाई दी है। प्रेस नोट में कहा है कि घटना के दौरान अंजलि बरेली के फन सिटी में स्विमिंग पूल में अन्य बच्चों के साथ थी। लेकिन इससे पहले अंजलि की मौत के दिन स्कूल प्रबंधन ने अंजलि के गश खाकर पूल में गिरने की बात कह रहा था। अब अपनी सफाई में स्कूल प्रबंधन ने कहा है कि जब अंजलि पूल से उठ नहीं पाई तो शिक्षकों ने उसे तुरंत पानी से बाहर निकाला। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। स्कूल प्रबंधन ने प्रेस नोट में अफसोस जताया गाय है कि बच्चों के साथ गया स्टाफ काफी प्रयासों के बाद भी अंजलि को बचा नहीं सका। फिलहाल अंजलि की मौत से आज पर्दा उठने की पूरी संभावना है, आज पोस्टर्माटम रिपोर्ट में साफ हो जायेगा कि अंजलि की मौत कैसे हुई है। केवीएम स्कूल सवालों के घेरे में है।
बता दें कि भगवानपुर क्षेत्र स्थित नैनी व्यू कॉलोनी निवासी नायब सूबेदार राजेंद्र सिंह रावत की बेटी अंजलि रावत हीरानगर स्थित केवीएम स्कूल में कक्षा 12 की छात्रा थी। विगत 14 नवंबर को स्कूल प्रबंधन विद्यालय के बच्चों का टूर लेकर बरेली के फन सिटी गया था। जहां छात्रा अंजलि की मौत हो गई थी। स्कूल स्टाफ के लोग छात्रा अंजलि का शव लेकर उसके घर पहुंचे थे। स्कूल प्रबंधक का कहना है कि विद्यालय के 180 बच्चे बरेली के फन सिटी गए थे। जिनके साथ 12 शिक्षिकाएं, एक वाइस प्रिंसिपल, एक एकेडमिक डायरेक्टर आदि थे। इस मामले में पुलिस पहले ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर चुकी है। अंजलि की मां बेटी की मौत के बाद अस्पताल में भर्ती है। ऐसे में केवीएम स्कूल की लापरवाही साफ दिखती है।