UTTARAKHAND: (कुमाऊंनी वीडियो)- हमारी जमीन हमारी ईजा ने मचाया धमाल, पढिय़े पहाड़ी शेखर कैसे बना कुमाऊंनी कॉमेडी किंग
UTTARAKHAND: (Jeevan Raj )-उत्तराखंड में संगीत के अलावा कई युवा पहाड़ी कॉमेडी के जरिये भी उत्तराखंड की संस्कृति, रीति-रिवाज और पंरम्पराओंं को आगे बढ़ा रहे है। पिछले तीन सालों से कुमाऊंनी हास्य की दुनियां में एक बड़ा नाम कमा चुके शेखर जोशी को भला कौन नहीं जानता। उत्तराखंड के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों और विदेशों में रह रहे प्रवासी भी उनकी कॉमेडी के दीवाने है। कुमाऊंनी हास्य परूवा-परूली के बाद जिस वीडियो की आजकल खूब चर्चा हो रही है। वह उत्तराखंड के भू-कानून पर आधारित है, जो हास्य के साथ-साथ अपनी जमीन को लेकर एक बड़ा संदेश देता है।
हर वीडियो है खास
कुमाऊंनी हास्य में शेखर जोशी को कॉमेडी किंग कहा जाय तो कोई अतिशोक्ति नहीं होगीं। हालांकि कई लोग पहाड़ी मेंं कॉमेडी कर वीडियो बना रहे है लेकिन शेखर जोशी के वीडियो में कुछ न कुछ संदेेश छिपा रहता है। उनका परूवा-परूली के वीडियो ने पूरे उत्तराखंंड में धमाल मचा दिया। इस कार्य में उनका साथ देती है उनकी परूली यानी उनकी पत्नी गरिमा जोशी। आज उनकी कॉमेडी का हर कोई दिवाना है। लोगों को उनकी नई वीडियो का इंतजार रहता है।
शुरूआत में लोगों ने तोड़ा मनोबल
कॉमेडी मैन शेखर जोशी से पहाड़ प्रभात के संपादक जीवन राज ने खास बातचीत की। इस दौरान फोनवार्ता मेें शेखर जोशी ने बताया कि उनका पूरा नाम चंद्रशेखर जोशी है लेकिन अब लोग उन्हें शेखर जोशी के नाम जानते है। वह मूलरूप से से अल्मोड़ा जिले के गांव गल्ली गोलूछीना गोविंदपुर के रहने वाले है। उनके पिता नवीन चन्द्र जोशी प्रधानाध्यापक के पद पर रहे चुके है जबकि माता गृहणी है। शेखर जोशी बताते है कि जब उन्होंने शुरू में पहाड़ी कॉमेडी वीडियो बनाई तो उनकेे ही करीबियों ने उन्हें ताने मारने शुरू कर दिये लेकिन ऐसे मेें उनका साथ दिया उनकी पत्नी गरिमा जोशी ने। फिर क्या था चल पड़ी पहाड़ी मैन की कुमाऊंनी कॉमेडी की गाड़ी।
दिल्ली से नौकरी छोड़ लौटे हल्द्वानी
शेखर जोशी के पहाड़ प्रेम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग करने के बाद दिल्ली और गुरूग्राम में 9 साल नौकरी कर वह वर्ष 2013 में ये हल्द्वानी लौट आये और यहीं पर रहकर नौकरी करने लगे। वर्तमान में वे हल्द्वानी में स्थित इंटेक्स कंपनी में कार्यरत हैं। हिन्दी कॉमेडी की दुनियां में कुमाऊंनी भाषा में वीडियो बनाना बड़ा मुश्किल है लेकिन शेखर जोशी की मेहनत ने उनकी सफलत पर पंख लगा दिये। उनकी वीडियो को देखने केे बाद दर्शक बार-बार देेखता है। उनकी पत्नी गरिमा जोशी भी उनका भरपूर सहयोग करती है।
ऐसे बने कॉमेडी किंग
उनकी कॉमेडी को केवल युवा ही नहीं बुजुर्ग भी खूब पसंद करते है। उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों और दुबई, अमेरिका, लंंदन, ऑस्टे्रलियां जैसे बड़े देशों में रह रहे प्रवासी भी उनकी कॉमेडी के दीवाने है। शेखर जोशी अभी तक कई कुमाऊंनी कॉमेडी वीडियो बना चुके है। जिसमें परूवा-परूली, तीन बुड़ -तुमर ख्वौर, असोज- ईजा काम धामैं हाई तवाई, घरवाई, चेली ब्या बात,ईजा-बाबू और पनु दूधवाल, ब्वारि, दमची, मासाप, घुघुति धूम, नामकरणौ न्यूत, जागरै जिगरबाबू की वेदना-पलायन का दर्द, पिंकी भाभी, पति-पत्नी और लॉकडाउन, गोपाल दा की खुजली और हाल में आये भू-कानून पर आधारित वीडियो हमारी जमीन हमारी ईजा लोगों को भी पसंद आ रही है। अपनी ये सारी वीडियो उनके यू-ट््यूब चैनल शेखर जोशी पर देख सकते है।
पत्नी का मिला साथ
शेखर जोशी की खास बात यह है कि वह अपनी वीडियो में खुद अभिनय करते है। वो भी अलग-अलग कैरक्टर्स का रोल प्ले करते हैं। एक वीडियो में वह कई रोल अदा करते हुए लोग को हंसाने के साथ ही एक संदेश भी देतेे है। इसके अलावा कई वीडियो उन्होंने अपनी पत्नी गरिमा जोशी के साथ कई वीडियो बनायेे है। पूरे उत्तराखंड में वह एक मात्र ऐसे कुमाऊंनी कॉमेडियन है जो हर बार अपनी वीडियो में कुछ खास चीजों को लेकर आते है। आज उनकी कॉमेडी का हर कोई दीवाना हो चुका है। ऐसे में अगर उन्हें कुमाऊं का कॉमेडी किंग कहा जाय तो कोई अतिशोक्ति नहीं होगी।