उत्तराखंड: फिर बदनाम हुई मित्र पुलिस, मीट विक्रेता की स्कूटी छोडऩे के बदले चिकन मांगने का लगा आरोप
Pahad Prabhat News Rudrapur: पिछले कुछ महीनों से कुछ पुलिसकर्मियों ने मित्र पुलिस के साख बिगाडऩे की कोशिश की है। पहले दो पुलिसकर्मी चरस के साथ पकड़े गये। उसके बादु ऊधमसिंह नगर में तबादलों को लेकर विधायक साहब का लैटर वायरल हो गया। अब फिर ऊधमसिंह नगर में स्कूटी छोडऩे के अवज में चिकन मांगने का आरोप लगा है। जिसके बाद एक बार फिर उत्तराखंड मित्र पुलिस चर्चाओं में है। पीडि़त ने सीओ कार्यालय में शिकायती पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। आइये जानते है क्या है पूरा मामला…
रुद्रपुर के फुलसुंगा निवासी सुरेंद्र पटेल का कहना है कि फुलसुंगा में ही माता गंगा इंटरप्राइजेज नाम से छोटा-सा कारखाना है। विगत 26 जून को उनके कारखाने में काम करने वाला राजा अपने मीट विक्रेता दोस्त के साथ स्कूटी से कहीं जा रहा था। इस दौरान गंगापुर रोड स्थित दक्ष चौराहे पर तैनात ट्रांजिट कैंप थाने के पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक लिया। पुलिस कर्मियों ने उसे अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी और उसका मास्क भी उतार दिया। जैसे ही मास्क उतारा तो स्कूटी में बैठे मीट विक्रेता को पुलिसवालों ने पहचान लिया।
आरोप है कि इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उससे स्कूटी छोडऩे के अवज में पहले आधा किलो मुर्गे का मीट लाने को कहा। सुरेंद्र का आरोप है कि कुछ देर में राजा लौटकर आया और उसे घटना की जानकारी दी। इसके वह दक्ष चौराहे पर पहुंच गया और विरोध किया। ऐसे में पुलिस कर्मियों ने उससे गाली-गलौज करते हुए अभद्रता कर दी। इसके बाद दारोगा को फोनकर उसकी स्कूटी सीज करा दी। मामला यही नहीं रूका 27 जून को पुलिस कर्मीउनके कारखाने में आए और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद सुरेंद्र ने सीओ सिटी कार्यालय में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।