उत्तराखंड: बोर्ड परीक्षा में छात्रों ने लिखे अजब-गजब उत्तर, कोरोना में पास हुए थे इस बार भी कर देना…

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Bageshwar News: बोर्ड परीक्षा हमेशा ही चर्चाओं में रहती है। हालांकि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में ऐसे किस्से सुनने को ज्यादा मिलते है लेकिन इस बार उत्तराखंड के छात्र भी इस राह पर चल पड़े है। इन दिनों उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन चल रहा है। ऐसे में बागेश्वर जिले में गजब का मामला सामने आया है। जहां छात्र ने अपनी कापी में उत्तर की जगह लिखा है पिछले साल कोरोना के चलते प्रमोट किया गया था। इसी उम्मीद में इस बार भी पास होने की संभावना थी। पर परीक्षा हो गई, इसलिए साहब पास कर दीजिए।

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जिला मुख्यालय स्थित राइंका पर जनपद के विषय विशेषज्ञ मूल्यांकन कार्य कर रहे हैं। ऐसे में कई मामले सामने आये है। कई छात्रों ने अच्छे अंक देने के लिए अपील की है। किसी ने गरीबी का हवाला तो किसी ने कोरोना काल में लिखने का अभ्यास नहीं होने के कारण लेख पर ध्यान न देने की अपील की है। उत्तर की जगह लिखा है कि कोरोना काल में लिखने की आदत कम हो गई है। उत्तर पुस्तिका की अंतिम लाइन में परीक्षक को लेख पर ध्यान नहीं देने व पूर्ण अंक देने की अपील की हैं।

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गजब तो तब हो गया एक ने लिखा वह दिव्यांग है। उसे सरकार ने प्रमाण पत्र दिया है। जिस कारण वह पढ़ाई व लिखने में कमजोर है यदि वह पास नहीं हुआ तो बड़ी मुश्किल पैदा होगी। दूसने ने लिखा है कि पिछले साल परीक्षार्थी कोरोना काल में पास कर दिए गए। इस साल उम्मीद में था कि ऐसा ही होगा। बागेश्वर राइंका के प्रधानाचार्य प्रमोद तिवारी ने बताया कि 15 अप्रैल से मूल्यांकन चल रहा है। सात हजार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।