उत्तराखंडः अब रवि किशन पहुंचे कैंची धाम, बाबा नीम करौली से मांगी ये मन्नत…
Nainital News: विश्व प्रसिद्ध बाबा नीम करौली के धाम में हर दिन लोग देश-विदेश से मन्नतें मांगने आ रहे है। विगत महीने क्रिकेटर विराट कोहली और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा कैचीधाम पहुंचे थे। जहां उन्होंने बाबा नीम करौली जी के दर्शन किये। इससे पहले भी कई बड़ी-बड़ी हस्तियां बाबा के दर्शनों को आ चुके है। अब भोजपुरी सुपरस्टार और गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन कैंचीधाम पहुंचे। जहां उन्होंने बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन किये। इस दौरान रवि किशन को देख लोग वहां पहुंचे गये। लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली। आगे पढ़िये पूरी खबर….
पहली बार बाबा के धाम पहुंचे भोजपुरी सुपरस्टार और गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन ने बताया कि नैनीताल पहली बार आना बाबा नीम करौली महाराज जी की आज्ञा से ही हुआ है। उन्होंने हमेशा से बाबा की महिमा के बारे में सुना था, लेकिन अचानक अब उन्हें बाबा के धाम पहुंचने का अवसर मिला है और यहां दर्शन कर वह काफी खुश हैं। रवि किशन ने कहा कि कैंची का धाम धार्मिक आस्था का केंद्र है, जहां आकर मन बेहद शांत हो जाता है। आगे पढ़िये पूरी खबर….
इस दौरान रवि किशन यह कहने से भी पीछे नहीं रहे कि विश्व के सबसे होनहार बल्लेबाज विराट कोहली आज अपनी फॉर्म में वापस लौटे हैं। यह सब बाबा की ही महिमा है। उन्होंने बाबा नीम करौली महाराज जी धाम पहुंचकर अपने भाई के स्वस्थ होने की कामना की है। पीएम मोदी ने साल 2015 में अमेरिका की यात्रा की थी। इस दौरान उनकी फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग से मुलाकात भी हुई थी। तब मार्क ने पीएम मोदी से नीम करोली बाबा का जिक्र किया था। मार्क ने बताया था कि इस मंदिर में जाने के लिए उन्हें एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने कहा था। आगे पढ़िये पूरी खबर….
बाबा नीम करोली को उनके चमत्कारों के लिए जाना जाता है। लेखक रिचर्ड अल्बर्ट ने तो मिरेकल ऑफ लव नाम से बाबा पर किताब भी लिखी है। इस किताब में बाबा के चमत्कारों का वर्णन है। एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स और फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग जैसी हस्तियां बाबा की भक्त हैं। एप्पल के सीईओ स्टीव जॉब्स 1973 में भारत की यात्रा पर आए थे। कहते हैं कि जॉब्स सन्यास लेने के मन बना चुके थे, लेकिन कैंची धाम पहुंचते ही उनकी सोच में बदलाव आ गया। दरअसल, वह नीम करोली बाबा के दर्शन करने पहुंचे थे, लेकिन बाबा देहांत हो चुका था। बताया जाता है स्टीव जॉब्स कुछ दिन आश्रम में रुके और ध्यान- योग किया। इसी दौरान उन्हें एपल का आइडिया आया।