हल्द्वानी : रामड़ी आनसिंह पनियाली में उमा निगल्टिया की दावेदारी से बढ़ा चुनावी रोमांच

हल्द्वानी : जिला पंचायत चुनावों का माहौल दिन-ब-दिन रोमांचक होता जा रहा है और रामड़ी आनसिंह पनियाली क्षेत्र में समाजसेवी उमा निगल्टिया की एंट्री ने मुकाबले को नई दिशा दे दी है। इन दिनों उमा निगल्टिया गांव-गांव, घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान चला रही हैं। वे न सिर्फ वोट की अपील कर रही हैं बल्कि ग्रामीणों को एक स्पष्ट विकास का रोडमैप भी दिखा रही हैं।

विकास मेरा लक्ष्य है, पक्षपात नहीं: उमा
उमा निगल्टिया साफ कहती हैं कि वे बिना किसी भेदभाव और जातिगत समीकरणों के क्षेत्र का विकास करना चाहती हैं। उन्होंने वादा किया है कि अगर जनता उन्हें मौका देती है तो वे 100 प्रतिशत निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगी — फिर चाहे वह सड़क की मरम्मत हो, सोलर लाइट की व्यवस्था, पेयजल की समस्या का समाधान, लावारिस पशुओं पर नियंत्रण या युवाओं को नशे की गर्त से बाहर निकालने की मुहिम।
एक परिवार, समाजसेवा की पहचान
उमा निगल्टिया की सबसे बड़ी ताकतउनका समाजसेवी परिवार है । उनके पति लाखन सिंह निगल्टिया, बतौर ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र में विकास के कई कार्यों को मूर्तरूप दे चुके हैं। निगल्टिया परिवार ने केवल राजनीति नहीं, बल्कि जनसेवा की है। उनके परिवार का संबंध उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता डॉ. नारायण सिंह जंतवाल, भीमताल के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम सिंह जंतवाल और हल्द्वानी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख लाल सिंह क्वीरा जैसे नामों से भी है।
परिवर्तन की ओर बढ़ते कदम
आज रामड़ी आनसिंह पनियाली की जनता उमा निगल्टिया को एक सामाजिक विकल्प, एक नई उम्मीद और एक भरोसेमंद प्रतिनिधि के रूप में देख रही है। हालांकि अंतिम निर्णय 28 जुलाई को मतपेटियों में होगा, अब देखना यह है कि इस बार पनियाली की जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है।