Tilak Varma vs PAK: टीम इंडिया की जीत का तिलक, ऑपरेशन सिंदूर के बाद हारने का ऑप्शन ही नहीं था…

Tilak Varma vs PAK: एशिया कप 2025 का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच खेला गया. इस हाई-वोल्टेज मैच में टीम इंडिया ने बाजी मारी और 9वीं बार एशिया कप का खिताब जीता. भारत और पाकिस्तान के बीच पहली बार एशिया कप के फाइनल में आमना-सामना हुआ और काफी रोमांचक टक्कर देखने को मिली. लेकिन तिलक वर्मा की पारी पाकिस्तान पर भारी पड़ गई. तिलक वर्मा ने इस मुकाबले में एक मैच विनिंग पारी खेली और टीम को यादगार जीत दिलाई.
तुम पूछते हो हमारा मकसद क्या है। उसका जवाब सिर्फ एक शब्द है—जीत। हर कीमत पर जीत। दहशत के बीच भी जीत। चाहे रास्ता कितना भी कठिन क्यों न हो, हमें चाहिए जीत।’
यही शब्द थे विंस्टन चर्चिल के, जब उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के दौर में बतौर ब्रिटिश प्रधानमंत्री पहली बार संसद को संबोधित किया था। रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप फाइनल में भारत की स्थिति भी कुछ वैसी ही थी। पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर के बाद बने माहौल में हार का सवाल ही नहीं उठता था।
फाइनल में पाकिस्तान से हार भारतीयों के लिए असहनीय होती। जीतना ही एकमात्र विकल्प था। और यही जीत दिलाई 22 साल के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने, जिन्होंने पूरे दबाव के बीच खुद को नायक साबित किया।
पाकिस्तानी की टीम ने इस मुकाबले में भारत के सामने जीत के लिए 147 रनों टारगेट रखा था. लेकिन रन चेज के दौरान टीम इंडिया की शुरुआत काफी खराब रही. भारत ने 10 रन पर ही 2 विकेट गंवा दिए. इसके बाद तिलक वर्मा की एंट्री हुई, लेकिन टीम इंडिया ने 20 रन तक पहुंचते-पहुंचते तीसरा विकेट भी गंवा दिया. हालांकि, तिलक वर्मा ने एक छोर को संभाले रखा और संजू सैमसन के साथ टीम के स्कोर को बढ़ाया. दोनों खिलाड़ियों के बीच 57 रनों की साझेरदारी हुई.
इसके बाद तिलक ने शिवम दुबे के साथ मिलकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया. तिलक वर्मा ने इस दौरान 41 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. ये इस टूर्नामेंट में उनका पहला अर्धशतक था. वह यहीं नहीं और टीम को जीत तक पहुंचाया. तिलक 53 गेंदों पर 69 रन बनाकर नाबाद रहे. इस दौरान तिलक वर्मा ने 3 चौके और 4 छक्के जड़े. उन्होंने ये रन 130.18 की स्ट्राइक रेट से बनाए. ये इस टूर्नामेंट में उनकी सबसे बड़ी पारी भी रही. इससे पहले उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 49 रन बनाए थे.






