Uttarakhand: बचपन में घर के अंदर दादी की गेंदों पर अभ्यास करता था आयुष बडोनी

खबर शेयर करें

Uttarakhand: हर साल IPL से कुछ ऐसे खिलाड़ी बाहर आते हैं जो नेशनल टीम का हिस्सा बन जाते हैं। इस बार लखनऊ सुपर जाइंट्स की ओर से खेल रहे आयुष बडोनी का नाम हर कोई ले रहा है। गुरुवार को चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के खिलाफ छोटी मगर महत्वपूर्ण पारी खेली। उन्होंने 9 गेंद पर 19 रन बनाए।आयुष बडोनी बचपन में आयुष हर वक्त बैट को अपने पास रखता था और बैट को लेकर ही सोता था।घर के अंदर ही उसकी दादी शकुंतला देवी उसे गेंद डालती थी। इसके बाद क्रिकेट में रुझान देख उन्होंने उसे कोचिंग दिलाई। टीम में आयुष को बेबी डिविलियर्स कहकर बुलाया जाता है। टीम के कप्तान केएल राहुल ने आयुष को यह उपनाम दिया है। आयुष एबी डिविलियर्स का प्रशंसक है और उन्हीं की तरह खेल में शाट खेलता है। इस कारण उसे टीम में बेबी डिविलियर्स पुकारा जाता है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: दमुआढुंगा में दर्जनों जनप्रतिनिधियों ने थामा कांग्रेस का हाथ

केवल आईपीएल के दो मैचों में बड़ा नाम कमाने वाले आयुष बडोनी मूलरूप से उत्तराखंड के टिहरी के रहने वाले है। उनके शॉट्स सेलेक्शन को देखकर कप्तान केएल राहुल ने कहा कि वो बिल्कुल 360 डिग्री शॉट्स खेलता है। काफी टैलेंट हैं इस लडक़े में। यानी भारत के पास भी मिस्टर 360 डिग्री बल्लेबाज हो गया। याद है एबी डिवीलस, ठीक वैसे ही शॉट खेलते है आयुष बडोनी। 360 डिग्री शॉट्स खेलने वाला खिलाड़ी मैदान के किसी भी छोर में शॉट खेलने का माद्दा रखता है। हर खिलाड़ी का अपना कोई खास शॉट सेलेक्शन होता है। आयुष बडोनी ने पहले मैच में 41 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्के की मदद से 54 रनों की धाकड़ पारी खेली थी। दूसरे मैच में भी आयुष ने छोटी और जिताऊ पारी खेली।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: जंगल में पति-पत्नी पर हाथी ने किया हमला, पटक पटककर मार डाला

गौतम गंभीर ने दिया मौका

बड़ोनी को गौतम गंभीर ने मौका दिया। वह खुद भी दिल्ली से हैं। वह लखनऊ सुपरजायंट्स के मेंटॉर हैं। बड़ोनी को 20 लाख रुपये के बेस प्राइस में खरीदा गया। कप्तान केएल राहुल भी इस युवा खिलाड़ी के प्रदर्शन से खुश नजर आए। उन्होंने उसे ‘बेबी डिविलयर्स’ भी कहा। बड़ोनी मानते हैं कि गौतम गंभीर ने उन्हें मौका दिलाने में अहम भूमिका निभाई। बड़ोनी को लखनऊ की टीम ने बल्लेबाजी क्रम में क्रुणाल पंड्या से ऊपर बल्लेबाजी करने भेजा और इस फैसले को उन्होंने सही साबित किया। मैच के बाद बड़ोनी ने कहा, ‘गौतम भैया ने मेरा बहुत साथ दिया। उन्होंने मुझे कहा कि मैं अपना नैचरल खेल खेलूं। उन्होंने मुझे कहा कि मुझे सिर्फ एक-दो मैच नहीं मिलेंगे बल्कि पर्याप्त अवसर दिए जाएंगे। उन्होंने मुझे यह भी कहा कि मुझे परिस्थिति के हिसाब से बल्लेबाजी करने की कोई जरूरत नहीं है। ऐसा करने के लिए सीनियर खिलाड़ी हैं। तुम सिर्फ अपना नैचरुल खेल खेलो।’

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।