HEALTH TIPS: आयुर्वेद से करें किडनी की पथरी को बाय-बाय, पढिय़े पूरी विधि

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HEALTH TIPS: पथरी के दर्द से कई लोग परेशान रहते है। पथरी का दर्द असहनीय होता है। यह जान निकाल देती है। पथरी कैसे होती है। आइये सबसे पहले ये जानते है। हमारे गुर्दे में मिनरल्स जिसमेंकैल्शियम और नमक के सख्त कण आपस में जुडक़र छोटे-छोटे पथरों का निर्माण कर लेते हैं, इसे किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी कहा जाता है।

पथरी की परेशानी आपके खाने में, अत्यधिक शारीरिक वजन, कुछ दवा या सप्लीमेंट या फिर किसी शारीरिक समस्या के कारण हो सकती है। किडनी स्टोन गुर्दे के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकते हैं। अगर पथरी जब पेशाब की नली में फंस जाती है, तो असहनीय दर्द होता है। जानकारों के अनुसार आयुर्वेद में बताया गया एक छोटा-सा नुस्खा आपकी पेशाब की नली में फंसी पथरी को दो-तीन दिन के अंदर बाहर निकालने में मदद करेगा।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट व इंक्रेडिबल आयुर्वेद के संस्थापक डॉ. अबरार मुल्तानी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर करते हुए पेशाब की नली में फंसी छोटी-मोटी पथरी को निकालने का आसान तरीका बताया। वीडियो में बताया गया कि पथरी निकालने के इस घरेलू नुस्खे को अपनाने से केेवल 2 -3 दिन के भीतर पेशाब की नली से पथरी को निकाला जा सकता है।

इसके लिए आपकों एक केला लेकर उसके अंदर पुदीना के दो से तीन छोटे-छोटे टुकड़ों को लगाकर खा लेना है। जब आप केला खा ले तो उसके थोड़ी देर बाद आधा गिलास गुनगुना दूध और आधा गिलास पानी पी लें। इसके दो -तीन दिन में पेशाब की नली में फंसी छोटी-मोटी पथरी निकल जाएगी। यह उनकी व्यक्तिगत सलाह है। आप बेहतर उपचार के लिए एक्सपर्ट की सलाह लेे सकते है।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।