Health News: हेयर फॉल से है परेशान, तो अपनाये ये खास उपाय
Reason of hair fall: पोषण संबंधी कमियों या स्वास्थ्य समस्याओं का सबसे पहले लझण आपको बाल ही दिखाते है। इसमें आपके बालों का टेक्सचर खराब होता है साथ ही बाल कमजोर होते है। सूखे, या आसानी से टूटने वाले बाल बायोटिन, विटामिन ई, या ओमेगा -3 फैटी एसिड जैसे विटामिन की कमी का संकेत दे सकते हैं। इन पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे अंडे, नट्स, सीड्स और वसायुक्त मछली को अपने आहार में शामिल करने से बालों में सुधार करने में मदद मिलती है। अगर बाल झड़ रहें है, बढ़ नहीं रहें है तो इसके कई कारण हो सकते है। लेकिन अगर आपके बाल अच्छे है ग्रोथ अच्छी है तो ये आपकी सेहत के लिए कई साकारात्मक संकेत दे सकता है।
100 बालों का झड़ना सामान्य है, लेकिन इससे अधिक बालों का झड़ना या अचानक पतला होना विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़ा हो सकता है। बालों का झड़ना थायरॉयड डिस्ऑर्डर, हार्मोनल असंतुलन, तनाव, पोषण संबंधी कमी (जैसे आयरन या प्रोटीन), जैसे कारकों के कारण हो सकता है। इसके लिए आपको डॉक्टरों से मिलकर इस कारण को जानकर इसको निपटाना बहुत जरूरी है।
एलोवेरा जेल लगाएं
एलोवेरा जेल में ऐसे गुण होते हैं, जो बालों के विकास में मदद करते हैं। बाल धोने से पहले अपने स्कैल्प और बालों पर एलोवेरा जेल लगाएं। 30 मिनट बाद साफ कर लें। आप इससे हेयर मास्क भी बना सकते हैं। इसे बनाने के लिए आप बराबर मात्रा में एलोवेरा जेल और नारियल तेल एक साथ अच्छी तरह मिक्स कर लें। अब इसे बालों पर लगाएं, लगभग 30 मिनट बाद धो लें।
नारियल तेल से करें मालिश
नारियल तेल में कई तरह के विटामिन्स पाए जाते हैं, जो बालों को मजबूत बनाने और झड़ने से रोकने में मददगार है। अपने स्कैल्प पर इस तेल से मालिश करें और एक घंटे बाद धो लें।
प्याज का रस है फायदेमंद
प्याज के रस में मौजूद सल्फर बालों को बढ़ाने में मददगार है। इसके लिए प्याज का रस अपने स्कैल्प पर लगाएं और 30 मीनट बाद बालों को धो लें।
अंडा और जैतून तेल
अंडा में प्रोटीन और बायोटिन पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। जो बालों के विकास में सहायक है। एक बाउल में अंडा तोड़ लें, इसमें एक बड़ा चम्मच जैतून का तेल मिलाएं। इसे अपने बालों पर लगाएं। लगभग 30 मिनट बाद धो लें।
मेथी है गुणकारी
मेथी के बीज में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड होता है जो बालों को झड़ने से रोकता है। मेथी के दानों को रातभर के लिए भिगो दें। अगले दिन इन्हें पीसकर पेस्ट बना लें। अब इसे अपने स्कैल्प पर लगाएं। करीब आधे घंटे बाद धो लें।
आपकी स्कैल्प की स्थिति भी आपके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देती है। स्कैल्प का परतदार होना, खुजली या लाल होना रूसी, सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस या सोरायसिस जैसी स्थितियों का संकेत हो सकता है। स्कैल्प की स्थिति तनाव, डाइट, हार्मोनल असंतुलन जैसे कारकों से प्रभावित हो सकती हैं। स्कैल्प को ठीक करने के लिए आपको हल्का और अपने स्कैल्प के अनुसार सही शैंपू का चुनाव करना बहुत जरूरी है।