हल्द्वानीः शुभनाद संगीत विद्यालय में कलाकारों ने भजनों से किया मंत्रमुग्ध

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Haldwani News: देवभूमि उत्तराखंड कहा जाता हैं जहां। ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों देव स्वयं विराजमान है, धन्य है ऐसी नगरी जहा संगीत गायन वादन नृत्य भी मानो स्वयं भगवान हो गए हो, इसी क्रम में शुभनाद संगीत विद्यालय हल्द्वानी द्वारा नवांकुर संगीत व नृत्य बैठक आयोजित किया गया। जिसमें प्रथम प्रस्तुति संगीत विद्यालय की प्रतिभावान छात्रा पूजा पंत ने भजन से की। इसके बाद विद्यालय के संस्थापक पंकज आर्या ने अपनी शानदार प्रस्तुति से मन मोह लिया। उन्होंने गायन की शुरुवात राग बिहाग से की, उसके बाद छोटा ख्याल लट उलझे सुलझा जा बालम से अपनी प्रस्तुति को विराम दिया।

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शुभनाद संगीत विद्यालय हल्द्वानी

कार्यक्रम में अतिथि कलाकार आशीष सिंह (नृत्य मंजरी दास) ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। उन्होंने अपनी नृत्य प्रस्तुति की शुरुवात कृष्ण वंदना भजे व्रजैक मण्डनम, समस्त पाप खण्डनम, से की। इसके बाद भजन पद्म विभूषण पंडित बिरजू महाराज द्वारा रचित श्याम मूरत मन भाए से की। फिर तीनतल में शुद्ध कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। थाट, आमद, उठान तोड़ा, टुकड़ा, तिहाई, परमेलू, परण, गतनिकास, और समापन ठुमरी सब बन ठन आई श्याम प्यारी से की। आपके साथ संगत कलाकारों में तबले पर आनंद बिष्ट, गायन और हरमोनियम पर पंकज आर्या, सितार पर हर्षित कुमार और बोल पढ़त पर जया पाठक ने साथ दिया। विद्यालय के संस्थापक पंकज आर्या ने कलाकारों को माल्यार्पण और वृक्ष प्रदान कर उनका स्वागत किया।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।