अल्मोड़ा : लॉकडाउन में वायरल हुआ हास्य कलाकार शिबू रावत का वीडियो, बहुत हैगे लेट, चलो खोदुल पहाड़ बंजर खेत…

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पहाड़ प्रभात विशेष: कोरोनाकाल में लॉकडाउन के बाद एक बार फिर प्रवासी पहाड़ों की ओर लौटने लगे है। ऐसे में एक बार फिर से पहाड़ों में रौनक लौटने लगी है। पहाड़ आबाद हो रहे है। पिछले साल भी हजारों प्रवासी पहाड़ लौटे हालांकि पहाड़ में रोजगार न होने के बाद कई लोग बाद में शहर की ओर लौट गये। एक बार फिर से कोरोना ने कहर मचाया है ऐसे में कुमाऊं के हास्य कलाकार शिबू रावत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें वह बंजर खेतों को आबाद करने की बात कह रहे है।

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हास्य कलाकार शिबू रावत दिल्ली से लेकर पहाड़ तक अपनी कॉमेडी के लिए प्रसिद्ध है। आज देशभर में कोरोना का कहर है ऐसे में कई राज्यों मेें लॉकडाउन लग चुका है। दिल्ली में रहने वाले शिबू रावत इन दिनों पहाड़ लौटे है। इन दिनों वह पहाड़ में अपने खेतों को खोदकर उन्हें आबाद करने में जुटे है। जिससे आने वाले समय में हमें साग-सब्जी मिल सकें। अक्सर शिबू रावत को आप हंसाते हुए देखते है लेकिन कोरोनाकाल में प्रवासियों के लिए यह वीडियो बड़ा प्रेरणादायक है।

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वह लोगों से पहाड़ लौटने की गुहार लगा रहे है कि पहाड़ आओं अपने खेतों को आबाद करों। ये पहाड़ आपका इंतजार कर रहा है। वीडियो में वह पहाड़ी कुदाल, संबल, फावड़े से खेतों को खोदने की बात कर रहे है। उनके इस वीडियो का टाइटल है बहुत हैगे लेट, चलो खोदुल पहाड़ बंजर खेत… जो लोगों को बहुत पसंद आ रहा है। इससे पहले शिबू रावत कई मंचों पर अपनी कॉमेडी से लोगों को गुदगुदा चुके है। दिल्ली के अलावा वह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और चंडीगढ़ में अपनी कॉमेडी का डंका बजा चुके है। कोरोनाकाल में बाद कई कार्यक्रम नहीं हुए है। इस बार शिबू रावत अपने घर जालली मासी लौटे है। जहां से वह लोगों को पहाड़ आने के लिए प्रेरित कर रहे है।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।