उत्तराखंडः जोशीमठ आपदा पर आया लोकगायक प्रकाश काहला का गीत “कैकि लागी नजरा भागी”, सुनकर छलक उठेंगे आंसू…

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Haldwani Pahad Prabhat: (जीवन राज)- पहाड़ पर जब-जब आपदा की मार पड़ी तो यहां के लोकगायकों ने अपने सुरों में पहाड़ का दुख और दर्द बयां किया। चाहे मालपा हादसे का गीत हो यहां फिर केदारनाथ आपदा का। हमेशा ही उत्तराखंड के लोकगायकों ने पहाड़ की पीड़ा को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया। अब उत्तराखंड के जोशीमठ में मकानों में आयी दरारों के बाद वहां के लोग अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर है। अपने घरों को छोड़ने का उनका दुख और दर्द लोग खबरों के माध्यम से देख और पढ़ रहे है। लोग अपनी बुजुर्गों की जमीन को छोड़ना नहीं चाहते है। आज हर आंख नम है। पहाड़ का दर्द एक पहाड़ी से भला कौन समझ सकता है। पहाड़ के इसी दुख और दर्द को अपने सुरों मंे बयां कर जन-जन तक पहुंचाने का काम लोकगायक प्रकाश काहला कर रहे है। जोशीमठ आपदा पर उनका गीत जोशीमठ नरसिंह देवा रिलीज हुआ है।

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प्रकाश काहला ने सुरों में बयां की जोशीमठ की पीड़ा

इस मार्मिक गीत को सुन आपके आंखों में आंसू आ जायेंगे। जोशीमठ के लोगों का दर्द इस गीत में बयां कर गायक प्रकाश काहला ने पहाड़ की पीड़ा को लोगों तक पहुंचाया है। जोशीमठ आपदा से जुड़े इस गीत को मनू कुमाऊंनी और लोकगायक प्रकाश काहला ने लिखा है। म्यूजिक मोती शाह ने दिया है। यह गीत नीलम कैसेटस के यू-टयूब चैनल पर रिलीज हुआ है। इस गीत के रिलीज होते ही लोगों ने कई कमेंट शुरू कर दिये। इस गीत में जोशीमठ के नरसिंह देवता से जोशीमठ को बचाने की प्रार्थना की है। कैकि लागी नजरा भागी कैक लागो फिटकारा यानी जोशीमठ को आखिर किसकी नजर लग गई। किसकी बदुआएं लग गई है। आखिर क्यों जोशीमठ में दरारें पड़ गई।

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लाल बोतल शराबा से कमाया बड़ा नाम

गौरतलब है कि इससे पहले प्रकाश काहला लाल बोतल शराबा तू छै बड़ी खराबा, हिट मेरी लछिमा, मंडुवा रौटा, जय मां दूनागिरी, दिल्ली बै ऐरे छोटी भौजी, त्यर समधी कुबेर समेत कई सुपरहिट गीत गा चुके है। मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के ग्राम तल्ली कहाली निवासी प्रकाश काहला बताते है कि वह पिछले 20 सालों से उत्तराखंड की संस्कृति का प्रचार-प्रसार अपने गीतों के माध्यम से कर रहे है। उनके गीतों को लोग उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुनते है। हंसमुख मिजाज प्रकाश काहला ने हमेशा ही पहाड़ के दर्द को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है। उनके गीत लाल बोतल शराबा को 18 मिलयन से अधिक व्यूज मिले है। अब जोशीमठ आपदा पर उनका गीत नरसिंह देवा रिलीज हुआ है। आप भी ऊपर लिंक पर क्लिक कर पूरा गीत देख सकते है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।