उत्तराखंडः पहाड़ में बैंक से रूपये निकालकर लौट रही थी आमा, रूपयों से भरा पर्स छीन ले गया बंदर…

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Garampani News: अक्सर आपने खबरें पढ़ी और सुनीं होगी कि एटीएम से रूपये निकाल रहे व्यक्ति से लूट हुई या महिला से लूट हुई। या फिर झपट्टमारों ने महिला के रूपये भरा बैग छीना। लेकिन खबर इस बार उत्तराखंड के गरमपानी से है। जहां एक बैंक से रूपये निकाल कर जा रही आमा का पर्स बंदर छीन ले गया। अचानक हुए हमले से आमा घबरा गई। जिसके बाद पता चला कि बंदर ने आमा के रूपये छीने है। बंदर आमा का पर्स लेकर झाड़ियों में चला गया। इसके बाद काफी खोजबीन की गई लेकिन कही भी बंदर नहीं मिला। वही ग्रामीणों ने दूरबीन का इस्तेमाल किया तो चार दिन बाद आमा का पहाड़ी की झाड़ियों में पर्स पड़ा मिला। पर्स में रखे 11 हजार रुपये सुरक्षित मिलने पर बुजुर्ग महिला की आंखें छलक आईं। आगे पढ़िए…

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पूरा मामला गरमपानी के अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर सुयालबाड़ी का है। रामगढ़ ब्लाक के सिरसा गांव निवासी बुजुर्ग देवकी देवी सुयालबाड़ी स्थित बैंक से रूपये निकालकर गांव की ओर लौट रही थीं। तभी रास्ते में बंदरों के झुंड उन्हें घेर लिया। तभी एक बंदर आमा के हाथ से थैला छीन लिया। थैले में रखे पर्स में 11 हजार रुपये भी थे। पर्स छीनने की खबर आमा ने ग्रामीणों को दी। जिसके बाद ग्रामीण थैले और पर्स की खोजबीन में जुट गये। आगे पढ़िए…

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शनिवार को अल्मोड़ा निवासी सुनील गोस्वामी ने दूरबीन से पहाड़ी की ओर खोजबीन की। दूर तीखी पहाड़ी पर थैला नजर आया। जिसके बाद ग्रामीण बालमुकुंद जीना व रमेश बिष्ट ने पहाड़ी पर चढ़कर थैला वापस बाजार तक पहुंचाया। इसकी सूचना आमा को दी गई। आमा से गांव से पहुंचकर अपना थैला पाया तो उनकी आंखें भर आईं। आमा ने ग्रामीणों का आभार जताया।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।