उत्तराखंडः (दुःखद खबर)-अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन, उत्तराखंडी संगीत जगत में शोक की लहर…

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Haldwani News: उत्तराखंड के बेहद दुःखद खबर सामने आ रही है। देवभूमि का कला एवं संगीत जगत शोक डूब गया है। उत्तराखंडी गीतों की जानी-मानी अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन हो गया है। अभिनेत्री गीता उनियाल से उनके लाखों फैन स्तब्ध है और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। गीता उनियाल का निधन उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्षति है जिसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता है। अगला पैरा पढ़े…

2020 में हुआ था ब्रेस्ट कैंसर

गौरतलब है कि उत्तराखंडी फिल्मों की जानीमानी अभिनेत्री गीता उनियाल पिछले कई वर्षों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। उन्हें 2020 में ब्रेस्ट कैंसर हुआ था। एक बार सफल सर्जरी होने के बाद दोबारा वे कैंसर ग्रसित हो गईं। गंभीर बीमारी होने के बावजूद भी उन्होंने काम के प्रति अपने लगाव को कभी कम नहीं होने दिया। पिछले साल जय मां धारी देवी में भी उन्होंने शानदार अभिनय किया है। इस फिल्म में उनके काम को देख कर कभी नहीं लगा कि वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थी। अगला पैरा पढ़े…

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300 गढ़वाली एलबमों में किया काम

वीर भड़ माधो सिंह भंडारी नृत्य नाटिका में मुख्य नायिका उधिना की बेहतर भूमिका निभाने वाली गीता का उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री में 20 साल का सफर रहा। इस दौरान उन्होंने मेरु गौं, कन्यादान, खैरी का दिन, जय मां धारी देवी समेत करीब 15 उत्तराखंडी फीचर फिल्मों तथा 300 गढ़वाली म्यूजिक एलबम में काम किया। पिछले साल उन्होंने एक चैनल से बात करते हुए कहा था कि जब उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू किया तब न तो इतनी ज्यादा सुविधाएं थीं और ना ही अपॉर्चुनिटी। उन्होंने बड़े संघर्षों में उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री में काम किया है लेकिन हमारे आने वाले युवा इस बात को समझें कि उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री में अब उनको ज्यादा मौके मिल रहे हैं। साथ ही यह युवाओं के पास उत्तराखंड की लोक संस्कृति को बचाने का और राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंच पर इसको पहचान दिलाने का एक सुनहरा मौका भी है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।