उत्तराखंड: प्रदेश में ब्लैक फंगस से पहली मौत, मरीजों की संख्या पहुंची 21

खबर शेयर करें

Black Fungus In Uttarakhand: कोरोना के बाद उत्तराखंड में ब्लैक फंगस का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। हर दिन इसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही इससे लोगों की जान भी जान रही है। एम्स ऋषिकेश में एक मरीज की ब्लैक फंगस से मौत हो गई है। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के कारण यह पहली मौत है। देहरादून से रेफर होकर 36 वर्षीय युवक एम्स पहुंचा था। अब तक 21 व्यक्तियों में इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी:ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष नन्हें कश्यप ने किया बीजेपी प्रत्याशी गजराज का जोरदार स्वागत

जानकारी देते हुए एम्स ऋषिकेश के निदेशक पदमश्री प्रो. रविकांत ने बताया कि बीते कुछ दिनों में एम्स में 17 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। इनमें सात मरीज पहले से ब्लैक फंगस से ग्रसित होने के बाद उपचार के लिए आए थे। जबकि 10 मरीजों को कोरोना पॉजिटिव के कारण यहां भर्ती किया गया था, जिनका शुगर लेवल काफी बढ़ा हुआ था। जांच के बाद इनमें ब्लैक फंगस के लक्षण नजर आये। शुक्रवार रात ब्लैक फंगस से एक मरीज की मौत भी हो गइ,ए जबकि 16 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें 10 मरीजों की सर्जरी की जा चुकी है और छह की सर्जरी की जानी है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: हनुमान चालीसा पाठ के साथ कांग्रेस के चुनावी कार्यालय का शुभारंभ, भरा जीत का दंभ

ब्लैक फंगस के मरीजों में देहरादून से दो, हरिद्वार से तीन, रुडक़ी से दो, ऋषिकेश, काशीपुर, ऊधम सिंह नगर और अल्मोड़ा से एक-एक मरीज शामिल है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के शामली, अलीगढ़, मंडावर, मुरादाबाद और मेरठ के पांच मरीज हैं।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।