नैनीताल: इस माह होगीं कुमाऊं विवि की वार्षिक और सेमेस्टर की परीक्षाएं, परीक्षाफल के लिए बनाये ये मानक

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Pahad Prabhat News Nainital: धीरे-धीरे कोरोना का प्रकोप कम हो रहा है। ऐसे में सरकार ने कई संस्थानों को खोलने की अनुमति दी है। अब कुमाऊं विश्वविद्यालय ने भी स्नातक, स्नातकोत्तर, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के विषम सेमेस्टरों के छात्रों के लिए रोजगारपरक ऐड ऑन कोर्स व वेल्यूू एडेड कोर्स आरम्भ करने के लिए विचार किया गया। बैठक में विषम सेमेस्टरों के परीक्षार्थियों को प्रोन्नत करने के संबंध में तय मानकों पर विद्या परिषद की बैठक में मुहर लगाई गई।

शुक्रवार को कुलपति प्रो एनके जोशी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें कहा गया कि विवि इस बारा गुणवत्तापरक शिक्षा पर शैक्षणिक पाठ्यक्रमों का विस्तार करेगा एवं नए शैक्षणिक केंद्रों व विभागों का सृजन करेगा। बैठक में तय किया गया कि 18 मार्च से स्थगित विवि की विषम सेमेेस्टर परीक्षाओं से संबंधित परीक्षार्थियों का परीक्षाफल निम्न मानकों के अनुसार तय किया जाएगा।

आइये जानते है कैसे क्या होगा-

1-पहले सेमेस्टर को छोड़ अंतरिम विषम सेमेस्टर में जिन विद्यार्थियों द्वारा कतिपय विषयों-प्रश्नपत्रों की लिखित परीक्षायें दी हैं, उन्हें विद्यार्थियों द्वारा बाह्य लिखित परीक्षा में मूल्यांकन के उपरान्त अर्जित अंक ही यथावत् प्रदान किये जायेंगे।
2-आन्तरिक मूल्यांकन में अर्जित अंकों को भी यथावत् प्रदान किया जायेगा।
3- इसके अलावा ऐसे पाठ्यक्रमों जिनमें प्रयोगात्मक-मौखिकी परीक्षाएं हो चुकी हैं, में भी परीक्षार्थी द्वारा अर्जित अंकों को यथावत प्रदान किया जायेगा।
4- वही जिन विषयों की परीक्षाएं नहीं हुई है, उनके मानकों के अनुसार 50 प्रतिशत अधिमान अंक आंतरिक मूल्यांकन में अर्जित अंकों के आधार पर 50 प्रतिशत पूर्व सेमेस्टरों में अर्जित कुल अंकों के योग के आधार दिए जाएंगे।
5-ऐसे प्रश्नपत्र जिनकी प्रायौगिक, मौखिक परीक्षाएं नहीं हुई, ऐसे विषय की सेमेस्टरों में प्रयोगात्मक प्रायोगिकी-मौखिकी परीक्षा में अर्जित अंकों के औसत के आधार पर अंक प्रदान किये जायेंगे।
6-ऐसे छात्र जो अपने अंतरिम विषम सेमेस्टर में किसी विषय प्रश्नपत्र में उत्तीर्ण करने के लिए बैक परीक्षा आवेदन पत्र भरा तथा विश्वविद्यालय द्वारा ऐसे समस्त परीक्षार्थियों के विषय प्रश्नपत्र की परीक्षा दिनांक 17 अप्रैल तक तक कराई जा चुकी है, उस विषय- प्रश्नपत्र में विवि द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त परीक्षार्थी द्वारा अर्जित अंकों को ही प्रदान किया जायेगा।
7-प्रथम सेमेस्टर में अध्ययनरत जिन विद्यार्थियों द्वारा कतिपय विषयों-प्रश्नपत्रों की लिखित परीक्षा दी गयी हैं, ऐसे विषयों-प्रश्नपत्रों में विद्यार्थियों द्वारा बाह्य लिखित परीक्षा में मूल्यांकन में अर्जित अंक ही प्रदान किये जायेंगे।
8- मौखिकी परीक्षा के अर्जित अंकों को यथावत प्रदान किया जायेगा।
9-जिन विषयों की परीक्षा कोविड की वजह से नहीं हो पाई, ऐसे छात्रों को 50 प्रतिशत अधिमान अंक आंतरिक मूल्यांकन में अर्जित अंकों के आधार पर, 30 प्रतिशत अधिमान अंक वर्तमान सेमेस्टर की लिखित परीक्षाओं में अर्जित अंकों के योग के आधार परए 20 प्रतिशत पूर्व उत्तीर्ण परीक्षा स्नातक हेतु इंटर एवं स्नातकोत्तर के लिए स्नातक परीक्षा अंक देय होंगे।
10-यदि किन्हीं परीक्षार्थियों द्वारा वर्तमान विषम सेमेस्टर की कोई भी परीक्षा नहीं दी गयी है, तो ऐसे परीक्षार्थियों का उपरोक्त 30 प्रतिशत अधिमान अंक उस परिसर-महाविद्यालय संस्थान के सम्बन्धित कक्षा के लिखित परीक्षाओं के अंकों के औसत के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
11-व्यावसायिक पाठ्य्क्रम में अध्ययनरत ऐसे विद्यार्थियों, जिनके द्वारा यदि वर्तमान विषम सेमेस्टर की कोई भी परीक्षा नहीं दी गयी है तो ऐसे परीक्षार्थियों का उपरोक्त 30 प्रतिशत अधिमान हेतु एक अतिरिक्त आंतरिक मूल्यांकन ऑनलाईन माध्यम से पूर्ण कराकर उसके आधार पर अंक आवंटित किये जायेंगे।
12-ऐसे पाठ्यक्रम जो कि किसी नियामक संस्था से संचालित होते हैं, ऐसे समस्त पाठ्यक्रमों की परीक्षा व परीक्षाफल के संबंध में के संबंधित नियामक संस्था के निर्धारित नियम प्रभावी होंगे। जिन छात्रों ने आवेदन भरा है, उन्हीं का परीक्षाफल तय मानकों के अनुसार घोषित किया जाएगा।
13- विश्वविद्यालय की वार्षिक पद्धति की परीक्षाओं को माह सितम्बर-अक्टूबर में होंंगी। यूजी, पीजी व व्यावसायिक कोर्स सम सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर.अक्टूबर में होंगी।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।