Health Tips: सफर के दौरान अगर आपको भी होती हैं उल्टी तो करें ये काम…

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Motion Sickness: बस या कार से ट्रैवल करते वक्त अक्सर लोगों का जी मचलाता है। बता दें, ये मोशन सिकनेस की वजह से होता है। अगर इसे ट्रीट करने के तरीकों की ओर ध्यान न दिया जाए तो आपके साथ-साथ आपके ट्रैवल पार्टनर्स का भी सफर खराब हो सकता है। चूंकि कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें किसी दूसरे शख्स को उल्टी (Vomiting) करता देख ही उल्टी आ जाती है।

घूमने फिरने का शौक अगर आप भी रखते हैं लेकिन सफर के दौरान होने वाली उल्टी से डरते हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जो आपको बेचैनी, उल्टी और जी मचलाने जैसी तकलीफों से बचाएंगे, साथ ही आपके सफर को मजेदार भी बनाएंगे।

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 सफर में अपने साथ अनारदाना, हींग पाचक या गैस का चूर्ण रखना न भूलें। जब उंचे पहाड़ों पर जी मचलाता है तो ये चीजें टेस्ट चेंज कर राहत देती हैं।

नींबू पानी या कोई सोडा भी आप अपने साथ कैरी कर सकते हैं। ये आपके मूड को फ्रेश बनाने में मदद करेगा और इससे जी मचलना भी बंद होगा।

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ट्रैवल करते वक्त काला नमक भी साथ रखना चाहिए। जी घबराने पर इसे पानी में नींबू के साथ मिलाकर पीने से उल्टी और मोशन सिकनेस से राहत मिलती है।

अगर आपको सफर के दौरान उल्टी की समस्या रहती है तो ज्यादा देर खिड़की से बाहर देखने से परहेज करें। इससे मांइड को कुछ सिग्नल्स मिलने लगते हैं जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को कंफ्यूज करने के बाद उल्टी की वजह बनते हैं।

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ध्यान रहे कि ट्रैवल करते वक्त लाइट फूड ही खांए। ज्यादा खाना खाने से भी आपको उल्टी की शिकायत हो सकती है। आप टेस्ट को ताजा बनाए रखने के लिए फ्रूट्स का सेवन भी कर सकती हैं।

अगर कार या बस से ट्रैवल कर रहे हैं तो पीछे की सीट पर न बैठें क्योंकि इनपर ज्यादा घुमाव और झटके लग सकते हैं। बिना खाए सफर करना भी गलत है इससे भी मोशन सिकनेस पैदा होती है।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।