हल्द्वानीः मुक्त विश्वविद्यालय में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर की डेंगू से मौत…

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Haldwani News: डेंगू से मौतों का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में डेंगू से अभी तक कई युवाओं की मौत हो चुकी है। अब हल्द्वानी में डेंगू से एक असिस्टेंट प्रोफेसर की मौत हो गई। प्रोफेसर की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। आगे पढ़िए…

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जानकारी के अनुसार हल्द्वानी के जज फार्म निवासी डॉ. पुष्पेश जोशी उम्र 39 वर्ष उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में वनस्पति विभाग में संविदा पर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन यहां हालत खराब होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जहां दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उनकी मौत हो गई। घर पर मां, पत्नी, भाई और डेढ़ साल का बेटा है। परिजनों ने बताया कि छह दिन से पुष्पेश की तबीयत खराब थी। पुष्पेश की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।