हल्द्वानीः (बड़ी खबर)-पैसे नहीं लौटाये तो कर दी हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

Haldwani News: 11 जून को टांडा के जंगल में मिले एक अज्ञात शव की गुत्थी को हल्द्वानी पुलिस ने सुलझा लिया है। मृतक की पहचान भोगेन्द्र सिंह चौहान के रूप में हुई, जिसकी सिर पर गहरी चोट के चलते हत्या की आशंका जताई जा रही थी। अब पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में प्रयुक्त डंडा भी बरामद कर लिया गया है।
शव की पहचान गुमशुदा व्यक्ति के रूप में हुई
टांडा जंगल से शव मिलने की सूचना पर कोतवाली हल्द्वानी पुलिस ने मौके पर जाकर शव को कब्जे में लिया और पहचान की कार्रवाई शुरू की। शव की पहचान उसके बेटे करन चौहान ने अपने पिता भोगेन्द्र सिंह निवासी गढगंगा गढमुक्तेश्वर, हापुड़ तथा वर्तमान में कृष्णा ग्रीन्स कॉलोनी, रुद्रपुर के रूप में की।

एफआईआर दर्ज, हत्या की आशंका
सिर पर गंभीर चोट के निशान मिलने और संदिग्ध परिस्थितियों के चलते 13 जून को मृतक के बेटे करन चौहान ने हत्या की आशंका जताते हुए कोतवाली हल्द्वानी में तहरीर दी। जिस परअज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।
तीन दिन की मेहनत से हुआ खुलासा
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए और 13 जून को ही एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने घटनास्थल से जुड़े सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिरों को सक्रिय किया। लगातार प्रयासों के बाद 16 जून को इस हत्या में शामिल बालम सिंह बिष्ट पुत्र आनन्द सिंह बिष्ट निवासी: वार्ड नं0-37, बिठौरिया नं0-2, हरिपुर सील, थाना मुखानी, जनपद नैनीताल, हरीश सिंह नेगी पुत्र राम सिंह निवासी: सालम कॉलोनी, पनियाली, थाना मुखानी, जनपद नैनीताल, उमेश सिंह बोरा उर्फ अनिया पुत्र बहादुर सिंह बोरा, निवासी: बजूनिया हल्दू, कठघरिया, थाना मुखानी, जनपद नैनीताल को नादिया धाम मंदिर के पास, टांडा जंगल, गुलरभोज रोड से गिरफ्तार कर लिया गया।
हत्या का कारण बना पैसों का लेन-देन
गिरफ्तार बालम सिंह बिष्ट ने पूछताछ में बताया कि उसका मृतक भोगेन्द्र सिंह से पैसों का लेन-देन था। वह पैसे लौटाना नहीं चाहता था, इसलिए उसने हरीश सिंह नेगी और उमेश सिंह बोरा को लालच देकर हत्या की योजना बनाई और वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों की निशानदेही पर लकड़ी का डंडा और अन्य साक्ष्य भी बरामद कर लिए गए हैं। हल्द्वानी पुलिस की त्वरित और सघन जांच से यह गुत्थी सुलझ पाई। हत्या की साजिश, लालच और योजनाबद्ध तरीके से हुई वारदात के तीनों आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं। पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है और घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच जारी है।