हल्द्वानीः कैसे होती है महिलाओं में कैंसर की शुरूआत, जानिये स्त्री कैंसर सर्जन व कॉस्मेटिक गाइनेकोलॉजिस्ट डाॅ. अमृता मखीजा से…
Dr. Amrita Makhija- Obstretician and Gynaecologist : कैंसर की गिनती दुनियां की बड़ी बीमारियों में होती है, जिसमें शरीर के भीतर विकार पैदा करने वाली कोशिकाएं बनने लगती है और अनियंत्रित रूप से विभाजित होकर धीरे-धीरे यह आपके पूरे शरीर में फैलने की क्षमता रखती है। कई रिसर्च रिपोर्टाे में भी सामने आया है कि महिलाओं में पुरूषों की अपेक्षा कैंसर ज्यादा होता है। अब कुमाऊं में भी स्त्री कैंसर का उपचार संभव है। अब आपको बरेली, दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में भटकने की जरूरत नहीं है। आपके शहर हल्द्वानी में स्त्री रोग, प्रसूति, स्त्री कैंसर सर्जन व कॉस्मेटिक गाइनेकोलॉजिस्ट डाॅ. अमृता मखीजा मैट्रिक्स मल्टी स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल हल्द्वानी में अपनी सेवाएं दे रही है। अगर आपके परिवार में कोई महिला या आप खुद मरीज है तो अब आप मैट्रिक्स मल्टी स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल हल्द्वानी में स्त्री रोग, प्रसूति, स्त्री कैंसर सर्जन व कॉस्मेटिक गाइनेकोलॉजिस्ट डाॅ.अमृता मखीजा से उपचार करा सकते है।
शुरूआती संकेतों की अनदेखी कैंसर का बड़ा कारण
स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. अमृता मखीजा बताती हैं कि कैंसर में अच्छे परिणामों के लिए शुरूआती स्तर पर इसका निदान बहुत जरूरी होता है। आज हर बीमारी का उपचार संभव है, ऐसे में आधुनिक निदान और उपचार की तकनीक से कैंसर को हराना अब उतना मुश्किल नहीं है। उन्होंने बताया कि महिलाओं में कैंसर के मामले ज्यादा होने का सबसे बड़ा कारण है, महिलाओं द्वारा इसके संकेतों की अनदेखी करना है। महिलाएं अपनी सेहत और शरीर में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव पर ध्यान दें, तो कैंसर से उनकी लड़ाई बेहद आसान हो सकती है। डाॅ. अमिता मखीजा बताती हैं कि स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, डिम्बग्रंथि, योनि, फेफड़े, कोलोरेक्टल और त्वचा कैंसर महिलाओं को प्रभावित करने वाले आम कैंसर हैं। महिलाओं के गर्भाशय में होने वाले कैंसर को बच्चेदानी का कैंसर भी कहा जाता है।
गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी है डाॅ. अमृता मखीजा
बेहद सरल और सौम्य स्वभाव वाली डाॅ. अमृता मखीजा अपने बेहतर काम के लिए जानी जाती है। इससे पहले वह कई बड़े हाॅस्पिटलों में अपनी सेवाएं दे चुकी है। ज्योलीग्रांट देहरादून से एमबीबीएस करने से पहले डाॅ. अमिता मखीजा सेंट मेरीज कॉन्वेंट कॉलेज नैनीताल की टाॅपर रही है। उन्होंने दिल्ली लेडी हार्डिंग से एमएस किया। साथ ही उन्हें जीसीआरआई अहमदाबाद गुजरात द्वारा गाईनिंग कैंसर फिलोशिपी प्रदान की गई। यहीं नहीं डाॅ. अमृता मखीजा को केजी मित्तल गोल्ड मेडल अवार्ड से सम्मानित किया गया है। साथ ही पुष्पा मदान गोल्ड मेडल अवार्ड फॉर बेस्ट पोस्ट ग्रेजुएट ऑल राउंड स्टूडेंट भी मिल चुका है। शुरूआती शिक्षा नैनीताल से अर्जित करने वाली डाॅ. अमृता मखीजा पहाड़ की महिलाओं से अच्छी तरह रूबरू है।
कुमाऊं की एकमात्र स्त्री कैंसर सर्जन
उन्होंने बताया कि कई बार महिलाएं शर्म की वजह से भी अपनी बीमारी नहीं बताते या डाॅक्टरों को दिखाने में पीछे हट जाती है, ऐसे में कैंसर जैसा रोग उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। डा. मखीजा कुमाऊं में एकमात्र स्त्री कैंसर सर्जन है, जो कई वर्षों से महिलाओं में होने वाली इस बीमारी से लड़ने में उनकी मदद कर रही है। वर्तमान में वह मैट्रिक्स मल्टी स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल लालडांठ तिराहा हल्द्वानी में अपनी सेवाएं दे रही है। ऐसे में आप एक बार उनकी सलाह अवश्य ले सकते है।
महिलाओं में कैंसर के लक्षण-
माहवारी के अलावा अन्य दिनों में ब्लीडिंग का होना।
शारीरिक संबंध बनाते हुए बहुत ज्यादा दर्द महसूस होना।
शारीरिक संबंध बनाने पर रक्तस्राव होना।
बार-बार पेशाब आना।
मेनोपॉज से पहले महिलाओं में मासिक धर्म के बीच योनि से रक्तस्राव।
मेनोपॉज से बाद महिलाओं में योनि से रक्तस्राव या हल्का दाग लगना।
पेट के नीचे दर्द होना।
मेनोपॉज के बाद महिलाओं में पतला सफेद या स्पष्ट योनि स्राव।
40 से अधिक उम्र की महिलाओं में बहुत लंबा, भारी या बार-बार योनि से रक्तस्राव होना।
बेवजह वजन का घटना।
योनी से बदबूदार लिक्विड का आना।