हल्द्वानीः गजराज की दहाड़ से गूंजा हल्द्वानी, नये चेहरों की नौका पार होने से पहले डगमगाई
पहाड़ प्रभात एक्सक्लूसिव: नगर निगम हल्द्वानी की सीट आरक्षित होने बाद रसीलें आमों का स्वाद अब खट्टा सा प्रतीत होता है, वहीं भुट्टों का स्वाद ज्यादा लेने से अपच की संभावना बढ़ जाती है। सर्द में मौसम में राजनीतिक हलचल ने गर्मी बढ़ा दी है। वैसे भी आजकल सर्दियों का सीजन होने से दिन में धूप चटक लग रही है। कुछ ऐसा ही हो गया भाजपा में भी। एक ओर भाजपा ने कुछ दिग्गजों ने व्यापारी नेता नवीन वर्मा को पार्टी में ज्वाइनिंग करा दी, दूसरी ओर जैसे ही पर्यवेक्षक हल्द्वानी पहुंचे तो वर्षों से अपनी ताकत छुपाये और अभी तक शांत बैठे गजराज ने दहाड़ लगा दी। ऐसे में गजराज बिष्ट की मेयर पर दावेदारी से नये चेहरों की नौका पार लगने से पहले डगमगाती नजर आ रही है
सोशल मीडिया पोस्ट पर गजराज का समर्थन
जी हां हम बात कर रहे है भाजपा के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह बिष्ट की, जिन्होंने अपने इरादे साफ कर दिये कि नगर निगम हल्द्वानी में मेयर सीट के लिए वह सबसे मजूबत दावेदार है। बकायदा वह भाजपा कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। भाजपा का एक बड़ा धड़ा गजराज को ही मेयर की कुर्सी पर देखना चाहता है। इस बात का अंदाजा सोशल मीडिया पर डाली गई, एक भाजपा नेता की पोस्ट से लगाया जा सकता है, जिसके बाद उसके नीचे कमेंट की बाढ़ सी आ गई। हैरानी की बात यह है कि इसमें सबसे ज्यादा कमेंट करने वाले भाजपा के ही नेता और कार्यकर्ता है, जो कई पदों पर विराजमान है। वहीं कुछ कांग्रेसियों ने भी इसमें कमेंट किये है कि अपना मेयर गजराज भैया। ऐसे में भाजपा के टिकट फाइनल करना टेड़ी खीर साबित हो सकती है।
दो धड़ों में बंटी भाजपा
गजराज बिष्ट, जिनकी पहचान एक मजबूत और निष्ठावान पार्टी कार्यकर्ता के रूप में है, पिछले 40 सालों से भाजपा के लिए समर्पित सेवा कर रहे हैं। वे पार्टी की जड़ों से जुड़े हुए हैं और जनता के बीच गहरी पकड़ रखते हैं। लेकिन पिछले दिनों व्यापारी नेता नवीन वर्मा को पार्टी में लाया गया, जिसके बाद भाजपा दो धड़ों में बंट गई। इसका नतीजा यह हुआ बिक अंदरूनी खींचतान बढ़ गई, लेकिन जब बात नगर निगम सीट बचाने की हो, तो गजराज बिष्ट का नाम सबसे ऊपर आता है। सोशल मीडिया पर उनके पक्ष में पोस्ट की बाढ़ आ गई है। भाजपा कार्यालय में भी गजराज समर्थकों की भीड़ उमड़ रही है।
लोकप्रियता पर भरोसा या नए चेहरे पर दांव
गजराज सिंह बिष्ट ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा, यह केवल चुनाव की बात नहीं है, यह हल्द्वानी के विकास और जनता की सेवा की जिम्मेदारी है। मुझे विश्वास है कि मेरा अनुभव और टीम वर्क के जरिए हम भाजपा का परचम लहराएंगे। गजराज के पक्ष में कई वरिष्ठ नेताओं ने खुलकर समर्थन जताया है। पार्टी में उनके प्रति विश्वास और निष्ठा को देखते हुए, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता और पुराने नेता भी एकजुट हो गए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ’गजराज सिंह बिष्ट’ न केवल भाजपा के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं, बल्कि उनके नेतृत्व में पार्टी को युवा और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के बीच एक सेतु मिल सकता है। नये चेहरों को लाने का विचार पार्टी को धड़ों में बांट सकता है। हल्द्वानी नगर निगम की सीट भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है। अब देखना यह है कि पार्टी का फैसला किस ओर जाता है। क्या भाजपा गजराज के अनुभव और लोकप्रियता पर भरोसा करेगी, या नए चेहरों को मौका देने की कोशिश करेगी? यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल हल्द्वानी के राजनीतिक परिदृश्य में गजराज सिंह बिष्ट का नाम सबसे अधिक गूंज रहा है।