हल्द्वानी: कही विपक्षी दल न उठा ले बल्यूटिया की दावेदारी का फायदा…

खबर शेयर करें

Haldwani News: नैनीताल-ऊधमसिंहनगर लोकसभा सीट से पूर्व दिग्गज और विकास पुरूष रहे स्व. एनडी तिवारी के भतीजे व कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बज्यूटिया की दावेदारी ने प्रदेश ही नहीं केन्द्र तक हलचल मचा दी है। स्व. एनडी तिवारी का परिवार भी यहीं चाहता है कि उनके परिवार के एक सदस्य हो टिकट मिले। ऐसे में अचानक मची हलचल से विपक्षी दलों में सुगबुगाहट पैदा हो गई है। नैनीताल सीट को कांग्रेस अपनी परम्परागत सीट मानती है। अभी तक कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इस सीट से चुनाव लड़ा है और जीत भी हासिल की है। विकास पुरूष के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले उत्तराखंउ के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. एनडी तिवारी भी इस सीट से तीन बार विजयी हुए थे। तब उत्तराखंड राज्य उत्तर प्रदेश से अलग नहीं हुआ था, ऐसे में एनडी तिवारी ने कई योजनाओं को पहाड़ों के साथ-साथ मैदानी जिलों तक भी पहुंचाया। पहाड़ से लेकर तराई-भाबर तक स्व. तिवारी के विकास कार्यों को भलीभांति जानता है। नैनीताल जिले के बल्यूरी, पदमपुरी में उनका गांव है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी दीपक बज्यूटिया को टिकट देती हैं, तो कांग्रेस के लिए यह दांव तुरूप का इक्का साबित हो सकता है। आगे पढ़िए…

यह भी पढ़ें 👉  News Live: भू कानून से जुड़ी बड़ी खबर, अब उत्तराखंड के 11 जिलों में जमीन नहीं खरीद पाएंगे बाहरी

बता दें एनडी तिवारी कोे आज भी लोग उन्हें विकास कार्यों के लिए याद करते है। ऐसे में दीपक बल्यूटियां की दावेदारी कांग्रेस के लिए नैनीताल सीट पर वापसी का बड़ा मौका हो सकता है। क्योंकि अगर बल्यूटियां जनता के बीच एनडी तिवारी के विकास कार्यो और परिवार के सदस्य होने के नाते जाते है, तो यह समीकरण वोट शेयर में बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। जो कांग्रेस पार्टी के लिए उम्मीद की किरण जगाने जैसा है। हां कांग्रेस के लिए यह दांव तब उल्टा भी पड़ सकता है। जब अगर कांग्रेस बल्यूटियां को टिकट न देकर किसी और को अपना प्रत्याशी घोषित करती है, ऐसे में विपक्षी दलों में कोई दीपक बल्यूटियां को टिकट ऑफर करता है तो विपक्षी दल एनडी तिवारी के विकास कार्यों को भुना सकता है। क्योंकि एक बार फिर एनडी तिवारी के नाम से राजनीति में जो हवा चली है, वह दूर तलक जायेंगी। हां देखने वाली बात यह होगी कि विपक्षी दलों के ऑफर को क्या दीपक बल्यूटियां स्वीकार करते है या नहीं। क्या कांग्रेस उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित करती है या नहीं, यह तो आने वाले समय ही बतायेगा। फिलहाल तो पूरे प्रदेश में उनकी दावेदारी ने हलचल पैदा कर दी है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।