चौखुटिया: सुर सम्राट स्व गोपाल बाबू गोस्वामी जी के जन्मोत्सव पर उमड़ा जनसैलाब, लोकगीतों में झूम उठी गेवाड़ घाटी…

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Choukhutia News: आज उत्तराखंड के सुर सम्राट स्व गोपाल बाबू गोस्वामी जी की 81वीं जयंती उनके पैतृक गांव चांदीखेत के बैराठेश्वर मंदिर परिसर बड़ी धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग सुर सम्राट गोपाल बाबूजी का जन्म दिवस मनाने पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उत्तराखंड के लोकगायकों ने अपनी गायकी से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर स्वर्गीय गोपाल बाबू गोस्वामी जी की धर्मपत्नी मीरा गोस्वामी और गोस्वामी परिवार और कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों ने संयुक्त रूप से की।

इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। जिसमें सबसे पहले स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी के सुपुत्र लोक गायक रमेश बाबू गोस्वामी ने अपने पिता के गीतों को गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। लोक गायक रमेश बाबू द्वारा भुर भुरू ऊजाओ हैगो, कमला की बोई, देवी बाराही, जय मैया दुर्गा भवानी समेत कई गीत गाकर लोगों का दिल जीत लिया।

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उन्होंने अपने पिता स्वर्गीय गोपाल बाबू गोस्वामी की यादें ताजा कर दी। इसके बाद आए कलाकारों ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। लोकगायक जितेन्द्र तोमक्याल ने “रुमाली का गाठा ‘ “ओ रंगीली धना ‘ “घुमक्या बादल ‘ “सिलगडी का पाला छाला ओ स्याली ‘ जैसे गीत गाकर लोगों का खूब मनोरंजन किया। लोकगायिका दीपा नगरकोटी ने “हे सोनू मॉया लगूलो’ “घमघमाना हुडकी बॉजी ‘ “मेरी कपाली बिन्दूली मोहना गाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

वही लोकगायक राकेश खनवाल ने क्रीम पाउडर घिसनी किलै ना गीत से खूब वाहवाही लूटी और पूरा मैदान मार लिया। इंडियन आइडल के सुपरस्टार पवनदीपराजन के पिता सुरेशराजन का चैती गीत सुनकर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं। बालिकाओं के छोलिया नृत्य ने सबको आकर्षित किया। वही लोक संस्कृति एवं सूचना विभाग से आए कलाकारों ने अपने शानदार नृत्य से खूब वाहवाही लूटी।

सम्राट गोपाल बाबू गोस्वामी जी के जन्म महोत्सव पर पहली बार चांदीखेत चौखुटिया में पहुंचे अनंत विभूषित श्री श्री 1008 हिमालय पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी वीरेंद्रनंद गिरी महाराज जी ने गोस्वामी बंधुओं को अपना प्यार स्नेह आशीर्वाद दिया। ऐसा पहली बार हुआ जब सुर सम्राट स्वर्गीय गोपाल बाबू के जन्म उत्सव पर भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोगों छतों के ऊपर बैठकर जन्मोत्सव का आनंद लेते नजर आए।

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इस मौके पर अति विशिष्ट अतिथि विधायक मदन बिष्ट ने स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी जी की याद में दो भव्यगेट बनाने की घोषणा की है। जिस पर स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी की धर्मपत्नी मीरा गोस्वामी और लोकगायक रमेश गोस्वामी व गोस्वामी परिवार ने विधायक का आभार व्यक्त किया।

विशिष्ट अतिथि राहुल अरोरा द्वारा गोपाल बाबू के परिवार को सुर सम्राट स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी जी की मूर्ति भेंट की गई। जिसे पाकर मीरा गोस्वामी उनके पुत्र रमेश बाबू गोस्वामी, गिरीश गोस्वामी, अशोक गोस्वामी, जगदीश गोस्वामी व गोस्वामी परिवार ने उनका आभार व्यक्त किया। साथ ही राहुल अरोड़ा द्वारा भेंट किए गए 2000 कंबलो का वितरण भी कार्यक्रम में किया गया।

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कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल रानीखेत, विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक महेश नेगी द्वाराहाट, विशिष्ट अतिथि हिमाद्रि फिल्म्स के निर्माता प्रकाश चंद्र मिश्रा, विशिष्ट अतिथि लाल सिंह (गुड्डू दा) मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी और गोस्वामी बंधु ने देवेंद्र सिंह कोरंगा दुबई, हयात राजपूत मुंबई, प्रदीप रावत, शेखर उपाध्याय, टीम काफल फाउंडेशन, देवकीनंदन कांडपाल, हरीश बिष्ट, धर्मानंद सती, जस्सी राम आर्य, हरीश बिष्ट,धर्मानंद सती का आभार व्यक्त किया। बॉलीवुड सिंगर पवनदीप राजन के पिता सुरेश राजन जितेंद्र तोमक्याल, रेशमा शाह, दीपा नगरकोटी,राकेश खनवाल, रमेश बाबू गोस्वामी, कविता मेहरा ने गीतों से लोगों का खूब मनोरंजन किया। अंत में लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी ने कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों, क्षेत्रवासियों और कार्यक्रम में सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।