उत्तराखंड 22 की चॉइस: सोमेश्वर विधानसभा में होगा त्रिकोणीय मुकाबला, आप ने छोड़ी चुनावी छाप…
PAHAD PRABHAT NEWS: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 की सरगर्मियां जोरो पर है। ऐसे में एक के बाद एक नेता उत्तराखंड का दौरा कर रहा है। कभी गृहमंत्री तो कभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तराखंड का दौरा कर रहे है। वहीं इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उत्तराखंड आ चुके है। वहीं कांग्रेस से पूर्व सीएम हरीश रावत समेत कई दिग्गज मैदान में कूदे है। तीसरे मोर्चे पर खड़ी आम आदमी पार्टी लगातार भाजपा-कांग्रेस को घेर रही है। अल्मोड़ा जिले में सोमेश्वर विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद है। जिसका मुख्य कारण इस बाद चुनावी दंगल में आम आदमी पार्टी का कूदना है। पहाड़ प्रभात न्यूज पोर्टल आपको आज से हर विधानसभा का चुनावी गणित बताने जा रहा है। जिसे हमने खास अपने पाठकों लिए 22 की चॉइस नाम से शुरू किया है। आज हम आपको बतायेंगे सोमेश्वर विधानसभा में कौन है 22 की चॉइस…
सोमेश्वर विधानसभा में भाजपा की बात करें तो वर्तमान विधायक और कैबिनेट मंत्री को ही टिकट के पूरे चांस है। वहीं पिछली बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टककर देने वाले कांग्रेस के नेता राजेन्द्र बाराकोटी इस बार चुनावी मैदान में नजर नहीं आ रहे है। एक बार फिर राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा इस सीट पर दांव खेलने के लिए कूदे है। आजकल प्रदीप टम्टा सोमेश्वर विधानसभा में सक्रिय हो चुके है। भाजपा-कांग्रेस के अलावा सोमेश्वर विधानसभा में आम आदमी पार्टी भी अपना उम्मीदवार मैदान मेंउतारेंगी। आम आदमी पार्टी की ओर से हरीश आर्य चुनावी मैदान में कूदे है। वह इन दिनों जगह-जगह जनसभा कर भाजपा-कांग्रेस की पोल खोलने में जुटे है।
पिछली बार के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य महज 710 वोटों से ही जीती थीं। ऐसे इस बार सोमेश्वर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की नजर है। भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दल लगातार क्षेत्र की जनता को लुभा रहे है। वहीं इस बार जनता को तीसरा विकल्प मिला है। आम आदमी पार्टी इससे पहले सोमेश्वर में अपने मुख्यमंत्री पद के दावेदार कर्नल कोठियाल का रोड शो भी निकाल चुकी है। जिसमें उन्हें जबरर्दस्त समर्थन भी मिला। ऐसे में आप इस बार सोमेश्वर विधानसभा सीट का गणित बिगाड़ सकती है।
कुल मिलाकर सोमेश्वर विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। एक ओर सत्ताधारी भाजपा अपने विकासकार्यों को लोगों को गिना रही है। तो वही दूसरी ओर कांग्रेस लगातार अपने समय के कामों को गिनाकर भाजपा पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रही है। इन दोनों की पोल खोलने में आम आदमी पार्टी जुटी है जो दोनों से पिछले 21 सालों का हिसाब मांग रही है। फिलहाल चुनावी मौसम का खुमार शुरू हो चुका है। ऐसे में आने वाला वक्त बतायेगा कि इस बार सोमेश्वर सीट पर किसका कब्जा होगा। फिलहाल इतना तो तय है मुकाबला त्रिकोणीय और दिलचस्प होगा।