उत्तराखंड: पहाड़ में युवाओं ने किया प्रदर्शन, सेना भर्ती की लिखित परीक्षा न होने से निराश….

खबर शेयर करें

Almora News: उत्तराखंड को सैन्यभूमि भी कहा जाता है। पहाड़ के युवाओं का भारतीय सेना में शामिल होने का जुनून आप कई बार देख चुके है। पिछले दिनों प्रदीप मेहरा सेना भर्ती को लेकर ही पूरे देश में चर्चाओं में रहा। यहां कहा युवा अपना पहला ऑपशन सेना को ही चुनता है। ऐसे मेें अगर सेना भर्ती ही न हो तो युवा हताश और निराश हो जाता है। ऐसा ही मामला अल्मोड़ा जिले में देखने को मिला है। जहां पिछले दो साल पहले सेना भर्ती में शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा नहीं होने से आक्रोश व्याप्त है। आक्रोशित अभ्यर्थियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी:(बड़ी खबर)- बनभूलपुरा में बन रही थी कई ब्रांडो की एक्सपायर्ड सामग्री की आइस्क्रीम, खा रहे थे हमारे बच्चे

गुरुवार को एसडीएम कार्यालय के सामने अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सेना भर्ती में शारीरिक परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों का कहना है कि करीब दो साल पहले रानीखेत में सेना भर्ती हुई थी। जिसमें ढाई हजार से अधिक युवाओं ने शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण की। लेकिन दो साल बीतने के बाद भी भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। लिखित परीक्षा के बारे में कोई जानकारी ही नही है। जिससे युवा बेरोजगारों का भविष्य अंधकारमय में हो गया है। उन्हें उम्मीद थी सेना में सेवा करने का मौका मिलेगा।

Ad

उनके पास रोजगार के अन्य विकल्प भी नहीं है। ऐसे में कई युवा बेरोजगार उम्र अधिक होने से अब सेना भर्ती नहीं हो पायेंगे। अगर जल्द भर्ती शुरू नहीं होती तो हम लोग भी सेना भर्ती में शामिल नही हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को हटाने के लिए 8 मई को चौघानपाटा में युवा धरना प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले चुनाव के दौरान युवा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भी सेना में भर्ती परीक्षा कराने की गुहार लगा चुके है। अगर सेना भर्ती नहीं हुई तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर दीपक साह, देवकीनंदन जोशी, मनीष जोशी, विवेक जोशी, सूरज आर्य, मनीष रावत, अनुराग बिष्ट, खडक़ सिंह, योगेश मेहरा आदि मौजूद थे।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।