उत्तराखंड: पहाड़ में रिश्तेदारी में जा रही आमा पर गुलदार का हमला, क्षत-विक्षत हालत में मिली लाश…

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TARIKHET CRIME NEWS:पहाड़ों में गुलदार और मानव के संघर्ष की कहानी कई दशकों से चली आ रही है। लगातार वन्यजीवों के हमले की खबरें पहाड़ों से आती रहती है। अब रानीखेत के ताड़ीखेत से एक दिल दहलाने वाली खबर आयी है। जहां एक व़ृद्धा को गुलदार ने अपना शिकार बना डाला। वृद्धा का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। शव मिलने से क्षेत्र में डर का माहौल पैदा हो गया। बताया जा रहा है कि वृद्धा का शरीर बुरी तरह से नोचें होने के कारण ग्रामीणों ने गुलदार के हमले की आशंका जताई है। जिसके बाद वन विभाग नेे गांव में पिंजरा लगा दिया है। राजस्व पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गोविंद सिंह मेहरा राजकीय चिकित्सालय भेजा गया है।

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वृद्धा को बनाया शिकार

शनिवार को ऊणी महादेव रोड पर एक वाहन चालक के सडक़ किनारे एक शव पड़ा देखा। सूचना ग्राम प्रधान देवेंद्र पांडे अन्य ग्रामीणों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। जिसके बाद शव की शिनाख्त ग्राम पीपली निवासी हाल निवासी ताड़ीखेत 87 वर्षीय नंदी देवी पत्नी डोल सिंह के रूप में की गई। परिवार के लोगों ने बताया कि नंदी देवी शुक्रवार की शाम ऊंणी गांव में रहने वाले अपने रिश्तेदार के यहां पथुली से नीचे पैदल जा रही थी। वृद्धा के कमर से नीचे का हिस्सा जंगली जानवर द्वारा बुरी तरह से नोचा गया है।

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गुलदार के लिए लगाया पिंजरा

हादसे की सूचना के बाद तहसीलदार निशा रानी और वन विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों ने नंदी देवी पर गुलदार के हमला करने का अंदेशा जताया। वन विभाग ने गांव में पिंजड़ा लगा दिया है। वहीं राजस्व उपनिरीक्षक ख्याली आर्या का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला जंगली जानवर के हमले का ही लग रहा है। गुलदार भी कमर से नीचले हिस्से पर वार करते हैं। वृद्धा के कमर से नीचे का हिस्सा क्षत विक्षत है। फिलहाल पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए शव राजकीय अस्पताल रानीखेत भेज दिया गया है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।