उत्तराखंड: (दु:खद)-सिर्फ 14 दिन में टूट गया सात जन्मों का बंधन, पहाड़ में कोरोना से दूल्हे की मौत

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Uttarakhand News: प्रदेश में कोरोना किस कदर बेकाबू है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आये दिन युवा दम तोड़ रहे है। शनिवार की ताजा बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में 118 लोगों ने दम तोड़ा है जबकि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 8390 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद प्रदेश में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 71 हजार से ज्यादा पहुंच गई है। शहर जिलों के अलावा पहाड़ी जिलों में भी कोरोना के हालात बदत्तर चल रहे है।

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चंपावत जिले में कोरोना से एक शिक्षक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शिक्षक की शादी हुए केवल दो सप्ताह बीते थे। दो सप्ताह बाद ही दुल्हन विधवा हो गई। जवान बेटे की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। शिक्षक ने खटीमा के एक निजी अस्पताल में दमा तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि चंपावत जिले ब्लॉक स्याला गांव निवासी बुंगाख्याली राजकीय प्राथमिक स्कूल के 26 वर्षीय शिक्षक रूप लाल विश्वकर्मा पुत्र बची राम की बरात विगत 24 अप्रैल को खटीमा गई थी।शादी से घर लौटने के के बाद उन्हें कुछ दिक्कत आयी तो उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया। शादी के तीन दिन बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।

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इसके बाद कुछ दिनों तक गांव मेें ही उसे होम आइसोलेशन में रखा गया। लेकिन इस बीच उसकी तबीयत बिगडऩे लगी तो परिजनों ने उसे खटीमा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान अस्पताल में शिक्षक ने दम तोड़ दिया। शिक्षक की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। जिस घर में शादी की खुशियां अभी ठीक ढग़ से भी नहीं मनाई थी वहां मातम पसर गया। मात्र 14 दिन में नवी नवेली दुल्हन विधवा हो गई। मृृतक का बड़ा भाई शंकर राम भी कोरोना पॉजिटिव है। वह भी शिक्षक हैं। उन्हें भी खटीमा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन ज्यादा खराब होने पर उसे अब हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल भर्ती किया गया है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।