उत्तराखंड: पीएम मोदी ने मन की बात में किया जिक्र, देशभर में छाया पहाड़ का बेडू

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Uttarakhand News: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात को सुना। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहाड़ी अंजीर कहे जाने वाले बेडू (Himalayan fig) का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने पिथौरागढ़ प्रशासन के द्वारा बेडू के उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन व खनिज एवं वनस्पतियों के संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वास्तव में बेडू स्वास्थ्य के लिए संजीवनी है, जिसके माध्यम से स्थानीय लोगों द्वारा अनेक रोगों का शमन किया जाता है। आगे पढ़ें…

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आशीष चौहान से फोन पर बात कर इस सराहनीय पहल के लिए जिला प्रशासन एवं जनपद वासियों को बधाई दी। बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से पिथौरागढ़ में  बेडू से जूस, जैम, चटनी, आचार एवं अन्य सामग्री बनाई जा रही है। पीएम मोदी के जिक्र के बाद अब पूरे देश में सुर्खियों में आ चुका है। पहाड़ के जनमानस में त्याज्य समझा जाने वाला बेड़ू आज अचानक बड़ा हो चुका है। आगे पढ़ें…

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बेडू से तैयार उत्पादों की मार्केटिंग का जिम्मा हिलांस को दिया गया। सभी उत्पाद आर्गेनिक हैं। इस मौके पर डीएम ने कहा कि इन उत्पादों का शीघ्र ही व्यावसायिक उत्पादन किया जाएगा। उत्पादों के लाभ का औसत निकालने के बाद बेड़ू फल से अन्य उत्पादों को तैयार करने का प्रयास जारी रहेगा। आगे पढ़ें…

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उत्तराखंड के फेमस फल बेडू की विशेषता बता रहा है। स्‍वास्‍थय से भरपूर बेडू के फल की सब्‍जी भी बनाई जाती है। बेडू का फल खाने से कब्ज, तंत्रिका विकार, जिगर की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। बेडू का फल केवल उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि यह पंजाब, कश्मीर, ईरान, सोमानिया, हिमाचल, नेपाल, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सुडान तथा इथियोपिया में भी पाया जाता है। दुनियाभर में इसकी 800 प्रजातियां पाई जाती हैं। हिमाचल में बेडू फागो नाम से जाना जाता है। इसे फाल्गू, पंजाबी अंजीर या अंजीरी भी कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे वाइल्ड फिग और इंडियन फिग कहते हैं। 

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।