उत्तराखंडः नया शौहर और नया शहर, फर्जी पहचान-पत्र, बांग्लादेशी मां-बेटे, राजदार पति भी दबोचा

Haridwar News: पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम ने रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में अवैध रूप से रह रही एक बांग्लादेशी महिला और उसके भारतीय पति को गिरफ्तार किया है। महिला के साथ रह रहे 15 वर्षीय नाबालिग बेटे को भी संरक्षण में लिया गया है।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के अनुसार, जिलेभर में चलाए जा रहे सत्यापन अभियान के तहत पुलिस और एलआईयू की टीम ने रोड़ीबेलवाला की झुग्गी-झोपड़ियों में जांच की। इस दौरान एक झोपड़ी में रह रही महिला की भाषा स्थानीय नहीं लगने पर संदेह हुआ। सख्ती से पूछताछ और दस्तावेजों की जांच के बाद खुलासा हुआ कि महिला और उसका बेटा बांग्लादेशी नागरिक हैं और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में रह रहे हैं।

महिला ने पूछताछ में अपना नाम रूबीना अख्तर निवासी मुरदपुर रोड, थाना श्यामपुर मॉडल स्टेशन, ढाका, बांग्लादेश बताया। वह अपने पहले पति भोजलू से हुए बेटे को पांच साल की उम्र में चोरी-छिपे भारत ले आई थी। भारत में रहते हुए रूबीना ने पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) निवासी संतोष प्रसाद दुबे से शादी की और उससे एक तीन साल की बेटी भी है।
संतोष दुबे ने रूबीना के लिए फर्जी आधार और पैन कार्ड बनवाकर उसे भारतीय नागरिक दर्शाया। झोपड़ी की तलाशी के दौरान पुलिस को फर्जी दस्तावेजों की छायाप्रतियां और भारत की नागरिकता प्राप्त करने के लिए भेजे गए प्रार्थना पत्र भी मिले। मोबाइल की जांच में पता चला कि रूबीना IMO ऐप के माध्यम से अपने बांग्लादेश स्थित भाई और पिता के संपर्क में थी।
पुलिस ने रूबीना को भारत में अवैध रूप से रहने और संतोष दुबे को फर्जी दस्तावेज तैयार कराने व शरण देने के आरोप में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश कर बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।