उत्तराखण्ड: हिमाचल में मिली लापता SDM अनिल चन्याल की लोकेशन, प्रशासन ने ली राहत की सांस

खबर शेयर करें

CHAMPAWAT NEWS:विगत 44 घंटों से लापता एसडीएम सदर अनिल चन्याल की लोकेशन हिमाचल में मिली है। जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है। उन्होंने डीएम को फोन कर इसकी जानकारी दी। कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों के चलते चले गए थे। वह जल्द वापस लौट आएंगे। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने इसकी पुष्टि की है। आगे पढे…

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंडः निर्माण के दौरान चौथी मंजिल से गिरे मजदूर, दो की मौत, एक घायल

गौरतलब है कि 11 सितंबर को डिप्टेश्वर मंदिर के पास किराना की दुकान पर सामान लेने के आए थे, लेकिन उसके बाद से उनका पता नहीं चला था। दोपहर दो बजे उनकी अंतिम लोकेशन चंपावत में मिली थी। पुलिस की चार टीमें उनकी तलाश में जुटी हुई है। शनिवार को उन्होंने अपने सभी स्टॉफ को छुट्टी दे दी थी और उनसे कहा था कि जब कॉल करूंगा तब आना। सोमवार को कार्यालय खुलने पर जब कुक उनके आवास पर पहुंचा तो गेट बंद था। कमरे में उन्होंने सरकारी मोबाइल फोन को आपदा में जमा करने की बात लिख कर पत्र कमरे में छोड़ गए हैं। आगे पढे…

Ad

सोमवार को जब डीएम समीक्षा बैठक ले रहे थे, तो एसडीएम अनुपस्थित रहे। इसके बाद पता चला कि एसडीएम लापता हैं। एसडीएम की तलाश में चम्पावत जिले की पूरी पुलिस फोर्स जुटी। एसडीएम के मिलने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि अभी एसडीएम का फोन आया था। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से परेशान होकर यहां से जाने की बात की है। वह जल्द वापस लौटेंगे।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।