उत्तराखंडः अभिभावकों के लिए अच्छी खबर, जल्द खुलेंगे चार नए सैनिक स्कूल और पांच केंद्रीय विद्यालय…

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Dehradun News: अगर आप अपने बच्चे को सैनिक स्कूल या केन्द्रीय विद्यालय में पढ़ाने की सोच रहे है तो आपके लिए अच्छी खबर है। अब जल्द ही प्रदेश में चार नए सैनिक स्कूल और पांच केंद्रीय विद्यालय खुलने जा रहे हैं। बकायदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुमोदन के बाद राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को इसका प्रस्ताव भेज दिया है। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद प्रसिद्ध पेशावर कांड के नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के जन्म स्थान पीठसैंण पौड़ी गढ़वाल, ऊधमसिंह नगर, देहरादून और चंपावत में नए सैनिक स्कूल खुलेंगे तो पाण्डुवाखाल तहसील चैखुटिया जिला अल्मोड़ा, द्वाराहाट जिला अल्मोड़ा, कोटद्वारा जिला पौड़ी गढ़वाल, नरेंद्रनगर जिला टिहरी गढ़वाल एवं विधानसभा क्षेत्र प्रतापनगर के मदननेगी जिला टिहरी गढ़वाल में पांच नए केंद्रीय विद्यालय भी खोले जाएंगे। पूरी खबर आगे पढ़े…

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गौरतलब है कि उत्तराखंड में अभी मात्र एक सैनिक स्कूल नैनीताल जिले के घोड़ाखाल में स्थित है। जिसका संचालन रक्षा मंत्रालय द्वारा किया जाता है। केंद्र सरकार ने देशभर में 100 सैनिक स्कूल खोले जाने का निर्णय लिया है। जिसके तहत केंद्र सरकार ने पहले चरण में देश में 23 नए सैनिक स्कूल को मंजूरी दे दी है। अब केंद्र सरकार द्वारा दूसरे चरण में सैनिक स्कूल को मंजूरी दी जानी है। वहीं दूसरे चरण में राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित उत्तराखण्ड में इन चारों स्थानों पर सैनिक स्कूल खोलने की मंजूरी मिल जाएगी। न‌ए सैनिक स्कूल, सैनिक स्कूल सोसायटी के तहत साझेदारी मोड में चलेंगे।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।