उत्तराखंडः स्कूल की बताई दुकान से नहीं खरीदे मौजे, शिक्षक पर बच्चे की पिटाई का आरोप…

खबर शेयर करें

Uttarakhand News: उत्तराखंड में एक गजब का मामला सामने आया है। स्कूल की बताई दुकान से मौजे न खरीदने पर तीन बच्चों को कक्षा के बाहर खड़ा कर दिया। इसकी शिकायत बिगवाड़ा के सुनील रस्तोगी ने कलक्ट्रेट में जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा कि उनके तीन बच्चे मॉम्स प्राइड स्कूल में पढ़ते हैं। आरोप है कि स्कूल से निर्धारित दुकान से मौजे न खरीदने पर तीनों बच्चों को कक्षा के बाहर खड़ा किया जा रहा था। शिकायत पर डीएम ने सीईओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। आगे पैरा पढ़े…

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल:(बड़ी खबर)- ओखलकांडा में बारात की बोलरों खाई में गिरी, दो की मौत, पांच घायल

ेसीईओ के निर्देश पर बीईओ राजेंद्र सिंह ने शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट तैयार है। इसे सोमवार को सीईओ को सौंपा जाएगा। स्कूल के प्रधानाचार्य ने आरोप को निराधार बताया है। बिगवाड़ा के सुनील रस्तोगी ने डीएम को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा कि उनके तीन बच्चे मॉम्स प्राइड स्कूल में पढ़ते हैं। आरोप है कि स्कूल से निर्धारित दुकान से मौजे न खरीदने पर तीनों बच्चों को कक्षा के बाहर खड़ा किया जा रहा था। स्कूल की ओर से तय दुकान पर एक जोड़ी मौजे 90 रुपये में मिल रहे थे। दूसरी दुकान से 90 रुपये में तीन जोड़ी मौजे खरीदे और उन्हें पहनाकर ही बच्चों को स्कूल भेजा। लेकिन इससे नाराज होकर शनिवार सुबह संगीत और कराटे के शिक्षकों ने 7वीं में पढ़ने वाले बेटे अंगद की पिटाई की। उनके बेटे ने कराटे और संगीत के विषय नहीं लिए हैं। शिकायत करने पर प्रधानाचार्य ने टीसी काटकर बाहर करने की बात कही। इस मामले में प्रधानाचार्य दिनेश दीपक का कहना है कि आरोप निराधार हैं। तीनों बच्चों की छह महीने की फीस जमा नहीं हुई है। बच्चे निर्धारित ड्रेस पहनकर नहीं आते हैं। बच्चों को टोकने पर उनके पिता ने स्कूल में आकर शिक्षकों से अभद्रता की।

Ad

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।